Lucknow News: बसपा विधानमंडल दल के नेता उमाशंकर सिंह (Umashankar Singh) ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष की अध्यक्षता में विशेषाधिकार समिति है, उसके विशेष अधिकार है. यह बहुत पुराना मामला है उस समय माता प्रसाद पांडे विधानसभा अध्यक्ष थे. उस समय की कार्रवाई है, निर्णय उसी समय दिया जा चुका था आज उसको अमलीजामा पहनाया गया. अभी विधानसभा अध्यक्ष ने सभी दलीय नेताओं से पहले परामर्श लिया, हम सभी ने कहा कि जो उचित हो आपने निर्णय लें हम आपके साथ हैं.
बसपा विधानमंडल दल के नेता उमाशंकर सिंह ने कहा कि हमने भी फोटो वीडियो देखें हैं और निश्चित रूप से उस समय जो भी पुलिस के अधिकारी रहे, उनका बहुत गलत आचरण रहा. एक विधायक अगर जनहित की समस्या लेकर शांतिप्रिय तरीके से पत्रक देने जाता है और उसके साथ इस तरह से व्यवहार उचित नहीं है. आज उन लोग को पेश किया गया तो उन सभी ने माफी मांगी. इसे देखते हुए उन्हें आज रात 12 बजे तक कारावास की सजा दी गई है, बहुत कड़े प्रावधान भी है. इसके बाद एक संदेश देने की कोशिश की गई है.
वाकआउट को लेकर सपा पर साधा निशाना
समाजवादी पार्टी के वाकआउट पर उमाशंकर सिंह ने सपा पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि दो चीजें हैं समाजवाद और समाजवादी पार्टी. दोनों में अंतर है, कोई जरूरी नहीं कि जो समाजवादी पार्टी का विधायक और कार्यकर्ता होगा, वही समाजवादी हो सकता है. समाजवाद किसी में भी हो सकता है. समाजवाद का मतलब यह नहीं कि वह समाजवादी पार्टी है अगर समाजवादी पार्टी के लोग इसे हाईजैक करके चल रहे हो. वह कहे कि हम ही लोग समाजवाद के पुरोधा है तो यह हास्यास्पद होगा. आज नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव इस बात पर उंगली उठा रहे हैं तो कल अच्छा अवसर था जब नेता सदन में बोल रहे थे. उनको होना चाहिए था, वह अपना सप्लीमेंट्री करते.
उमाशंकर सिंह ने आगे कहा कि वाकआउट तो सिर्फ बहाना था कि कैसे मीडिया में सुर्खी बने, वॉकआउट का कोई कारण नहीं. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आपकी बात सुनेंगे, लेकिन पहले अगला प्रश्न लगा है, उसे लेने दीजिए. जिस समय पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई को लेकर बात हो रही थी तो यह लोग समाजवाद की परिभाषा को लेकर वाकआउट कर चुके थे. विधानसभा अध्यक्ष ने लॉबी में चाय कॉफी की व्यवस्था कराई है तो ये सब कॉफी पी रहे होंगे.
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