(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
उमेश पाल मर्डर में बड़ा खुलासा, लखनऊ के बिल्डर ने किया था फाइनेंस! अतीक अहमद का बेटा लाया था 1.25 करोड़ रुपए
Umesh Pal Murder: उमेश पाल की हत्या के बाद हर दिन चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. अब लखनऊ के बिल्डर द्वारा मर्डर के लिए फाइनेंस करनी की बात सामने आई है. एसटीएफ की जांच में ये खुलासा हुआ है.
Umesh Pal Murder Case: प्रयागराज (Prayagraj) में बीते दिनों उमेश पाल (Umesh Pal) की हत्या होने के बाद से लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. अब एक बार इस हत्याकांड में फिर नया मोड आ गया है. अब जांच में खुलासा हुआ है कि उमेश पाल की हत्या के लिए लखनऊ (Lucknow) के एक बिल्डर ने फाइनेंस किया था. यूपी एसटीएफ (UP STF) की पड़ताल में चौंकाने वाली जानकारी मिली है.
जांच में सामने आया है कि प्रयागराज में वारदात से 15 दिन पहले अतीक का बेटा असद लखनऊ से सवा करोड़ रुपए कैश लेकर गया था. असद ने गुलाम और सदाकत समेत अन्य शूटरों से मुलाकात की थी. असद रुपया लेकर फॉर्च्यूनर कार से प्रयागराज गया था. एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक फॉर्च्यूनर कार भी बिल्डर की ही थी.
बरेली जेल में रची गई थी साजिश
सूत्रों ने दावा किया है कि बरेली जेल में ही उमेश पाल शूटआउट कांड की साजिश रची गई है. बरेली जेल में ही बंद अतीक का पूर्व विधायक भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ हैं. बरेली जेल जाकर 11 फरवरी को अशरफ से अतीक के बेटे असद समेत नौ गुर्गे मिले थे. असद समेत नौ गुर्गों में विजय उर्फ उस्मान चौधरी भी शामिल था. उस्मान को पुलिस ने बाद में मुठभेड़ में ढेर कर दिया था. अशरफ से मिलने मोहम्मद गुलाम और अजहर समेत नौ लोग पहुंचे थे.
सभी लोगों ने असद और मोहम्मद गुलाम की आईडी पर अशरफ से मुलाकात की थी. अशरफ से जेल में मुलाकात करने वालों के मोबाइल फोन की 11 फरवरी की लोकेशन प्रयागराज में ही पाई गई है. कानूनी दांवपेच से बचने और पुलिस को गुमराह करने के लिए अपने फोन प्रयागराज छोड़कर बरेली जेल में मिलने असद और बाकी अपराधी गए थे. दावा किया जा रहा है इसके बाद अशरफ ने किसी अन्य से मुलाकात नहीं की थी. आरोप है कि मुलाकात कर आए सभी लोग भूमिगत हो गए और 24 फरवरी को उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम दिया