Lucknow News: यूपी की राजधानी लखनऊ में एक पुरानी बिल्डिंग मंगलवार शाम को अचानक गिर गई थी जिसमें जानमाल का नुकसान झेलना पड़ा है. वहीं, अब मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने सरकार से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने और पीड़ित परिवारों तक मदद पहुंचाने की मांग की है. यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने इस मामले में पत्रकारों से बात की और सपा की ओर से कुछ मांगें रखीं.


अखिलेश यादव ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा, 'सरकार को कानून के हिसाब से कार्रवाई करनी चाहिए और अगर किसी ने कानून को तोड़ा है तो उसी अनुसार कार्रवाई होनी चाहिए. बिल्डिंग में रहने वाले लोगों ने अपना सबकुछ गंवा दिया है और सरकार को उनकी मदद करनी चाहिए.' लखनऊ के वजीरहसन रोड स्थित अलाया अपार्टमेंट अचानक ही ढह गया था. इस चार मंजिली इमारत में 30-40 लोग दब गए थे. घटना की जानकारी मिलते ही एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम बुलाई गई थी.


एक सप्ताह में रिपोर्ट पेश करेगी यूपी सरकार की टीम
राहत कार्य के लिए बाद में सेना भी बुलाई गई थी. यह राहत कार्य कई घंटों तक चला और बुधवार सुबह तक लोगों को निकाला जा सका. इस दर्दनाक हादसे में सपा विधायक शाहिद मंजूर के बेटे समेत तीन लोगों के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का केस भी दर्ज किया गया है. घटना की जांच के लिए सीएम योगी ने तीन सदस्यीय टीम का भी गठन किया है जिसे सात दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करनी है. वहीं, इस घटना से सपा प्रवक्ता अब्बास हैदर पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. बिल्डिंग गिरने के कारण उनकी मां बेगम हैदर और पत्नी उज़्मा अब्बास मलबे में दब गई थीं. दोनों को बुधवार सुबह ही इमारत से निकाला जा सका था लेकिन अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया. 


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