Lucknow Building Collapses: लखनऊ में रेस्क्यू के बाद अस्पताल में जिंदगी की जंग, घायलों का उपचार जारी, देखें घायलों की सूची
लखनऊ (Lucknow) स्थित वजीर हसनगंज (Hasanganj) रोड पर इमारत गिरने के बाद आठ घायलों का सिविल अस्पताल में उपचार चल रहा है. वहीं सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल हालचाल जानने अस्पताल पहुंच चुके हैं.
Lucknow Building Collapses: उत्तर प्रदेश स्थित लखनऊ (Lucknow) के वजीर हसनगंज (Hasanganj) रोड पर एक रिहायशी इमारत गिरने से हड़कंप मच गया है. इस हादसे में बुधवार की सुबह करीब छह बजे तक 14 लोगों का रेस्क्यू किया जा चुका था. वहीं करीब 13 घंटे से अभी भी ऑपरेशन जारी है. इस रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद अभी तीन लोगों के फंसे होने की संभावना जताई जा रही है. दूसरी ओर घायलों का अस्पताल में इलाज जारी है. इनकी सूची भी जारी कर दी गई है.
घायलों का इलाज लखनऊ के सिविल अस्पताल में चल रहा है. लखनऊ के सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल सिविल अस्पताल पहुंच चुके हैं. वे अस्पताल में भर्ती घायलों का इलाज का हालचाल लेंगे. दूसरी ओर डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक को अस्पताल से घायलों के उपचार और स्थिति की अपडेट दी गई है. इसके अलावा अस्पताल में भर्ती घायलों की सूची भी प्रशासन के ओर से जारी कर दी गई है.
लखनऊ हादसे पर एक्शन शुरू, हिरासत में सपा विधायक का बेटा, अवैध निर्माण इमारत में कई नेताओं के फ्लैट
यहां पढ़ें सूची-
अमीर हैदर (36 उम्र)
मुस्तफा हैदर
आलोका अवस्थी (30 उम्र)
रंजना अवस्थी (58 उम्र)
नसरीन (52 उम्र)
एश्ले बर्न (70 उम्र)
यूसुफ खान (59 उम्र)
शाहजहां (58 उम्र)
आफरीन (30 उम्र)
लखनऊ के संभागीय आयुक्त रोशन जैकब ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा, "अभी तक 13 लोगों को जिंदा बाहर निकाला गया है, 2-3 और लोगों के फंसे होने की सूचना है. सभी की हालत ठीक है. ये अवैध निर्माण इमारत थी जिसका नक्शा पास नहीं हुआ था और ये पुरानी इमारत थी. जांच के लिए जोन की कमेटी बनी हुई है. 1.5 घंटा और बचाव अभियान चलेगा."
लखनऊ पुलिस ने इमारत गिरने के मामले में मेरठ की किठौर विधानसभा से विधायक शाहिद मंजूर के बेटे को हिरासत में लिया गया है. विधायक शाहिद मंजूर का बेटा नवाजिश को पुलिस हिरासत में लेकर लखनऊ आ गई है. सूत्रों के अनुसार धराशाई हुई इमारत में विधायक के बेटे की हिस्सेदारी में थी. इमारत बनने के बाद से दो फ्लैट भी विधायक के बेटे के नाम पर थे. लेकिन फिलहाल इमारत में इनके परिवार को कोई सदस्य नहीं रहता था.