Lucknow Building Collapses: उत्तर प्रदेश स्थित लखनऊ (Lucknow) के वजीर हसनगंज (Hasanganj) रोड पर एक रिहायशी इमारत गिरने से हड़कंप मच गया है. इस हादसे में बुधवार की सुबह करीब छह बजे तक 14 लोगों का रेस्क्यू किया जा चुका था. वहीं करीब 13 घंटे से अभी भी ऑपरेशन जारी है. इस रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद अभी तीन लोगों के फंसे होने की संभावना जताई जा रही है. दूसरी ओर अब इस हादसे पर एक्शन शुरू हो गया है.
लखनऊ पुलिस ने इमारत गिरने के मामले में मेरठ की किठौर विधानसभा से विधायक शाहिद मंजूर के बेटे को हिरासत में लिया गया है. विधायक शाहिद मंजूर का बेटा नवाजिश को पुलिस हिरासत में लेकर लखनऊ आ गई है. सूत्रों के अनुसार धराशाई हुई इमारत में विधायक के बेटे की हिस्सेदारी में थी. इमारत बनने के बाद से दो फ्लैट भी विधायक के बेटे के नाम पर थे. लेकिन फिलहाल इमारत में इनके परिवार को कोई सदस्य नहीं रहता था.
लखनऊ के जिस अपार्टमेंट में हादसा हुआ है, उस अपार्टमेंट की जमीन सपा विधायक शाहिद मंजूर के बेटे नवाजिश और उसके चचेरे भाई तारिक के नाम है. फायद यजदानी उर्फ सेठु से नवाजिश ने बिल्डर एग्रीमेंट किया था. जिसके बदले यजदान बिल्डर ने शाहिद मंजूर परिवार को दो फ्लैट दिए थे. जिसमें कुछ साल पहले शाहिद मंजूर भी रहे और एक फ्लैट में उनके दामाद और बेटी भी रहे. बताया जा रहा है कि 12 फ्लैट बनाए गए और 10 का बैनामा नवाजिश और तारिक ने ही किया था.
हादसे पर क्या बोले डीजीपी?
रेक्स्यू ऑपरेशन और पुलिस एक्शन की जानकारी देते हुए डीजीपी डीएस चौहान ने बताया, "12 घंटे से रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है, इसमें 5-6 घंटे और लग सकते हैं. जिन्हें अस्पताल ले जाया गया है वे सुरक्षित हैं. अभी किसी को हिरासत में नहीं लिया गया है प्राथमिकी दर्ज़ की जाएगी. हादसे के कारणों की जांच व कार्रवाई की जाएगी." इसके अलावा इमारत में सपा प्रवक्ता अब्बास हैदर के परिजन भी रह रहे थे.
इसके अलावा लखनऊ के संभागीय आयुक्त रोशन जैकब ने जानकारी देते हुए बताया, "अभी तक 13 लोगों को जिंदा बाहर निकाला गया है, 2-3 और लोगों के फंसे होने की सूचना है. सभी की हालत ठीक है. ये अवैध निर्माण इमारत थी जिसका नक्शा पास नहीं हुआ था और ये पुरानी इमारत थी. जांच के लिए जोन की कमेटी बनी हुई है. 1.5 घंटा और बचाव अभियान चलेगा."