Lucknow News: यूपी विधानसभा चुनाव में सबसे ज़्यादा चर्चा में रही बुलडोज़र एक बार फिर काम पर लग गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुनाव प्रचार में बार बार कहा कि आचार संहिता के दौरान बुलडोज़र रिपेयरिंग में गई है, 10 मार्च के बाद फिर से बुलडोज़र काम पर लग जायेगा. कुछ ऐसा ही यूपी में हो रहा है जहां एक नहीं बल्कि कई जिलों में अवैध निर्माण पर बुलडोज़र चलाकर कार्रवाई की जा रही है. राजधानी लखनऊ में भी एक अपार्टमेंट गिराने की कार्रवाई की गई.


लखनऊ के हज़रतगंज थाना क्षेत्र के प्रयाग नारायण रोड पर बने एक अपार्टमेंट को आज गिरा दिया गया. बताया जा रहा है कि बीएसपी नेता फ़हाद याज़दान के याज़दान बिल्डर्स ने जिस अपार्टमेंट को बनाया था वो नजूल की ज़मीन है जिसपर अवैध तरीक़े से अपार्टमेंट बनाकर खड़ा कर दिया गया. लखनऊ विकास प्राधिकरण यानी एलडीए का दावा है कि याज़दान बिल्डर्स का दावा फरवरी महीने में ख़ारिज हो गया था. इसके बाद नोटिस दिया गया जिसपर कोई संतोषजनक जवाब न आने की वजह से कार्रवाई की गई है.


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याज़दान बिल्डर्स के वक़ील वसीम रिज़वी का दावा


याज़दान बिल्डर्स के वक़ील वसीम रिज़वी का दावा है कि प्रशासन में उनकी अपील लंबित थी और कल रात जब मकान ख़ाली करने के लिए कहा गया उसके बाद आज कोर्ट में अपील डाली गई है. इस लिहाज़ से वक़ील इस मामले को कोर्ट में विचाराधीन बताते हुए कार्रवाई को गलत ठहरा रहे हैं. रिज़वी का कहना है कि एलडीए ने जल्दबाजी में कार्रवाई की है.


लखनऊ के इस अपार्टमेंट में 35-35 लाख की क़ीमत के 3 घर लेने वाले एक शख्स का कहना है कि अगर ये अपार्टमेंट अवैध है तो इसपर कार्रवाई किया जाना सही है लेकिन जिन्होंने यहां घर लिया है वो अब कहां जाएं. उन्होंने आरोप लगाया कि बिल्डर्स पैसे लेने के बावजूद मकान हैंडओवर नहीं कर रहा था. पूछने पर आज कल कहकर टाला जाता था. ऐसे में एक करोड़ से ज़्यादा रुपये लगाने के बाद अगर उनका मकान गिराया जाएगा तो वो इसकी शिकायत लेकर मुख्यमंत्री के पास जाने की कोशिश करेंगे.


योगी आदित्यनाथ सरकार अपने दूसरे कार्यकाल में भी बुलडोज़र को अपना ब्रांड बनाने में जुट गई है. अतीक़ अहमद से लेकर तमाम माफियाओं और अवैध कब्जा करने वालों पर सरकार गठन के बाद से कार्रवाई शुरू हो गई है.


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