UP Basic Teachers Recruitment: योगी सरकार के बेसिक शिक्षा विभाग में पहली शिक्षक भर्ती 68500 पदों की आयी थीं. इस भर्ती में करीब 22 हजार पद खाली रह गए थे. इसकी वजह ये थी कि जो कट ऑफ विभाग ने तय की थी वहां तक पूरे पदों के बराबर अभ्यर्थी ही नही मिले. खाली पदों को लेकर हाल ही में विभाग ने नई भर्ती लाने का ऐलान किया है. इसको लेकर आज भी विधानसभा मार्ग पर प्रदर्शन किया गया.
प्रदर्शन करने वाले अभ्यर्थियों की मांग है कि सरकार उस भर्ती की कट ऑफ कम करके उसी भर्ती परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों से पद भरे. जबकि सरकार पहले ही कह चुकी है कि सवाल इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के भविष्य का है. ऐसे में शिक्षकों की गुणवत्ता और मानक से समझौता नहीं हो सकता. अभ्यर्थी कोर्ट भी जा चुके हैं लेकिन वहां भी राहत नही मिली. इसके बाद से ये लोग लगातार आंदोलन कर रहे हैं.
जानिए- क्या है मामला?
अभ्यर्थियों का एक समूह 12,460 पदों की शिक्षक भर्ती से जुड़ा है. अभ्यर्थियों ने बताया कि उनकी भर्ती दिसंबर 2016 में आयी थी. मार्च 2017 में कॉउंसलिंग हुई. इनके अनुसार, एक अप्रैल को जॉइनिंग लेटर मिलना था. लेकिन तभी सरकार बदली और वर्तमान बाजेपी सरकार ने भर्ती की समीक्षा के नाम पर प्रक्रिया रोक दी. जब अभ्यर्थियों ने हंगामा किया तो साल 2018 में फिर भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई. करीब 6 हजार को नियुक्ति भी मिल गयी लेकिन इसके बाद कुछ अन्य अभ्यर्थी तकनीकी पेंच फंसकर इस मामले को कोर्ट ले गए. तबसे इस भर्ती का मामला हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में है. अभ्यर्थियों का कहना है कि अगर सरकार सही से पैरवी करे तो भर्ती पूरी हो सकती है.
धरना प्रदर्शन की वजह से लगा जाम
धरना प्रदर्शन की वजह से विधानसभा मार्ग पर ट्रैफिक जाम होने लगा. तत्काल पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर अभ्यर्थियों को उठाया तो वो सामने ही स्थित बीजेपी कार्यालय का घेराव करने लगे. बाद में पुलिस ने सभी को हिरासत में लेकर हटाया.
ये भी पढ़ें-
IT Raid: कौन हैं अखिलेश यादव के करीबी अजय चौधरी, जिनके ठिकानों पर पड़ी है आयकर विभाग की रेड?