लखनऊ: हजरतगंज कोतवाली में समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सांसद रहे बनवारी लाल कंछल और पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री नटवर गोयल के खिलाफ फ्लैट के नाम पर ठगी की एफआईआर दर्ज कराई गई है. एफआईआर में पूर्व सांसद के बेटे अमित कंछल और पूर्व राज्यमंत्री के बेटे नवांशु गोयल समेत सात लोगों के नाम शामिल हैं. पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है.


2 बीएचके के दो फ्लैट बुक कराए
वाराणसी की रहने वाली अर्चना द्विवेदी और प्रयागराज में रह रहीं उनकी बहन सुधा तिवारी के मुताबिक उन्होंने अपने परिचित के जरिए बनवारी लाल कंछल और उनके बेटे अमित से संपर्क किया था. पुलिस के मुताबिक दोनों बहनों ने वर्ष 2014 में रायबरेली रोड पर कंछल ग्रुप की कम्पनी मान्यता इंफ्रा बिल्डविल प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से प्रस्तावित रोज हाइट्स अपार्टमेंट में 2 बीएचके के दो फ्लैट बुक कराए थे. फ्लैट की कीमत के रूप में उन्होंने कंपनी को 8-8 लाख रुपया जमा किया था. कंपनी के अधिकारियों ने 3 साल में प्रोजेक्ट बनकर तैयार होने और कब्जा दिलाने की बात कही थी. हालांकि, 2 साल तक निर्माण कार्य तो दूर टावरों की नींव ही नहीं डाली जा सकी थी.


वापस मांगी रकम
अर्चना और सुधा ने पूछताछ और छानबीन शुरू की तो पता चला कि कंछल की कंपनी ने बिना अनुमति के अवैध तरीके से पूरा प्रोजेक्ट पूर्व राज्य मंत्री नटवर गोयल की कंपनी बालाजी कंस्ट्रक्शन को बेच दिया था. बीसीसी कंपनी के कर्मचारी दोनों बहनों को फोन कर फ्लैट का रुपया जमा कराने का दबाव बनाने लगे. बहनों को ठगी का अहसास हुआ तो उन्होंने रुपया देने से मना करते हुए अपनी रकम वापस मांगी. इस पर बीसीसी कंपनी के अधिकारियों ने रुपया देने से मना करते हुए उन्हें संयुक्त रूप से 3 बीएचके का एक फ्लैट लेने का ऑफर दिया.


2 महीने में कब्जे का आश्वासन दिया
बालाजी कंपनी के हजरतगंज वाल्मीकि मार्ग पर गंज ट्रेड सेंटर स्थित कार्यालय जाकर नटवर गोयल और उनके बेटे से मुलाकात की उन्होंने भी दोनों बहनों को 3 बीएचके का फ्लैट लेने के लिए कहा. कोई रास्ता ना देख दोनों बहनों ने अपनी सहमति दे दी और फ्लैट की कीमत के रूप में कई बार में 4358750 रुपये जमा कर दिए. कंपनी ने मई 2019 को दोनों बहनों के नाम रजिस्ट्री करते हुए 2 महीने में कब्जे का आश्वासन दिया.


7 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
पीड़ित बहनों का कहना है कि उनके नाम रजिस्ट्री कर दी गई लेकिन उसकी कॉपी नहीं दी गई. काफी दौड़भाग करने के बाद भी रजिस्ट्री की कॉपी नहीं मिली तो दोनों बहनों ने अपने वकील के जरिए दूसरी कॉपी निकलवाई. रजिस्ट्री की कॉपी देखते ही उनके होश उड़ गए. उसमें जमा की गई पूरी रकम का उल्लेख ही नहीं था. कंपनी के अधिकारियों से इस बाबत पूछने पर वो गोलमोल जवाब देकर टरकाते रहे. पीड़ित बहनों का आरोप है कि कंपनी का प्रोजेक्ट भी एलडीए से नक्शा पास कराए बगैर अवैध रूप से बनाया गया है. दोनों ने बनवारी लाल कंछल और नटवर गोयल समेत 7 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी है.


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