लखनऊ, शैलेष अरोड़ा। जिस उम्र में युवा अपना भविष्य संवारने, खाली समय में दोस्तों साथ घूमने फिरने, शॉपिंग, पार्टी एन्जॉय करते हैं उसी उम्र में राजधानी के कुछ युवाओं ने मलिन बस्तियों में रहने वाले निर्धन परिवार के बच्चों के लिए कुछ करने की ठानी है। इसी के तहत इन युवाओं ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लखनऊ मेट्रो के साथ मिलकर मलिन बस्तियों के बच्चों को मेट्रो का निःशुल्क सफर कराया। इस मौके पर इन बच्चों को LMRC की तरफ से कॉपी, पेंसिल, रबर, बोर्ड भी बांटे गए।


राजधानी के स्टूडेंट्स और मेट्रो की पहल
राजधानी के कुछ स्टूडेंट्स और मेट्रो कॉरपोरेशन ने मिलकर मलिन बस्तियों के ऐसे बच्चों को मेट्रो की सैर कराई जिनके लिए ये एक सपने जैसा था। इन बच्चों को लखनऊ विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन से चारबाग स्टेशन तक सैर कराई गई। बच्चे मेट्रो में बैठकर काफी खुश नजर आये। चारबाग मेट्रो स्टेशन पर इन बच्चों के लिए रिफ्रेशमेंट का भी इंतजाम किया गया।



समाज के अन्य लोगों को सन्देश देने का प्रयास
बच्चों को मेट्रो का सफर कराने निकले स्टूडेंट्स ने कहा की उनको जब भी खाली समय मिलता है ऐसे बच्चों को शिक्षित करने और उनके चेहरे पर खुशी बिखेरने का प्रयास करते हैं। इसी के तहत बच्चों को मेट्रो में घुमाने की योजना बनाई। इसके माध्यम से समाज के सभी लोगों को ये सन्देश देने का प्रयास है की जो जितना भी समय निकाल सके ऐसे बच्चों के लिए कुछ करने का प्रयास करें।



अपने लिए नहीं समाज के लिए जीनी है जिन्दगी
गीतांजलि, आकांक्षा, रजत, आशुप्रिया, अपूर्वा, विभू और आकाश। ये वो नाम हैं जिनमें से कोई यूनिवर्सिटी का स्टूडेंट है तो कोई सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहा। लेकिन इन सबके साथ ही ये युवा मलिन बस्तियों में जाकर वहां रहने वाले बच्चों को शिक्षित करने का भी काम करते हैं। इनका मानना है की खाली समय में पार्टी और दोस्तों के साथ घूमने से जो मजा आता है उससे कहीं अधिक इन निर्धन बच्चों साथ समय बिताकर संतुष्टि मिलती है। अपनी पॉकेट मनी से ये महंगे गैजेट्स खरीदने की जगह इन बच्चों की जरूरतों का सामान खरीदना पसंद करते हैं।