UP Night Safari: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) जल्द राजधानी लखनऊ को देश की पहली नाइट सफारी का तोहफा देंगे. कुकरैल पिकनिक स्पॉट पर बनने जा रही यह नाइट सफारी बिल्कुल सिंगापुर (Singapore) की तर्ज पर विकसित होगी जहां टाइगर, तेंदुआ और भालू के लिए अलग-अलग सफारी बनाई जाएगी. लखनऊ (Lucknow) के ऐतिहासिक नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान को वर्तमान जगह से हटाकर नाइट सफारी में शिफ्ट किया जाएगा. कुकरैल नदी को खूबसूरत रिवरफ्रंट के रूप में विकसित किया जाएगा. नाइट सफारी में टॉय ट्रेन भी चलाई जाएगी.


350 एकड़ में बनेगी नाइट सफारी


कैबिनेट मीटिंग में पर्यटन विभाग की तरफ से रखे गए नाइट सफारी के प्रस्ताव को मुख्यमंत्री ने हरी झंडी दे दी है. देश का यह पहला नाइट सफारी होगा. देश में 13 ओपन डे सफारी हैं लेकिन एक भी नाइट सफारी नहीं है. पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि सिंगापुर में विश्व की पहली नाइट सफारी की तर्ज पर 2027.46 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैले कुकरैल वन क्षेत्र में 350 एकड़ में नाइट सफारी विकसित की जाएगी और 150 एकड़ में प्राणी उद्यान बनाया जाएगा. विश्व स्तरीय सुविधाओं के तहत नाइट सफारी में स्थानीय गाइड के साथ ट्रेन की सवारी और जीप की सवारी भी की जा सकेगी. इसके अलावा कैनोपी वॉक, कैंपिंग गतिविधि, माउंटेन बाइक ट्रैक, दीवार पर्वतारोहण, ट्री टॉप रेस्टोरेंट, नेचर ट्रेल और फूड कोर्ट आदि सुविधाएं विकसित की जाएंगी.


नाइट सफारी में नहीं होंगे बाड़े, खुले आकाश के नीचे टहलेंगे वन्य जीव
नाइट सफारी का प्रवेश द्वार भव्य होगा. यहां व्याख्या केंद्र, बटरफ्लाई इंटरप्रिटेशन सेंटर भी बनाया जाएगा. इसके अलावा 75 एकड़ में तेंदुआ सफारी, 60 एकड़ में भालू सफारी और 75 एकड़ में टाइगर सफारी बनाने की योजना है. वन्य जीव बाड़े में न रखकर खुले आकाश में केटल ग्रिड में रखे जाएंगे. यहां एक ओपन एयर निशाचर चिड़ियाघर होगा, जो केवल रात में खुलेगा. सफारी में रात में जानवरों के लिए चंद्रमा की रोशनी की नकल करते हुए मंद प्रकाश की व्यवस्था की जाएगी. दिन में पर्यटकों के लिए आधुनिक थीम पार्क बनाया जाएगा.


नाइट सफारी में पर्यटकों को मिलेंगी विश्वस्तरीय सुविधाएं
प्राणी उद्यान और नाइट सफारी की स्थापना में मौजूदा वनस्पति और जीवों को यथासम्भव प्रभावित न करते हुए, अधिक से अधिक ऐसे खुले क्षेत्र, जो वर्तमान में उपयोग में नहीं हैं, उनका ही प्रयोग किया जाएगा. कुकरैल वन क्षेत्र जहां-जहां बाहरी क्षेत्र और मार्ग से जुड़ा है, वहां चार लेन के मार्गों का निर्माण किया जाएगा, जिससे वहां आने वाले पर्यटकों को कोई असुविधा न हो. प्राणी उद्यान और नाइट सफारी की स्थापना के लिए मुख्य सचिव के स्तर पर बैठक कराकर इसकी प्रक्रिया का निर्धारण जल्द कराया जाएगा. कुकरैल नदी को चैनलाइज कर आकर्षक रिवर फ्रंट के रूप में विकसित किया जाएगा. प्राणी उद्यान और कुकरैल नाइट सफारी में पर्यटकों के लिए विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी.


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इको टूरिज्म बोर्ड के तहत बनाई जाएगी नाइट सफारी
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि कैबिनेट की बैठक में इको टूरिज्म बोर्ड गठित करने का फैसला हुआ है. बोर्ड के तहत ही नाइट सफारी विकसित की जाएगी. पर्यटन और सिंचाई समेत 10 विभागों को समन्वित करके इको टूरिज्म बोर्ड बनेगा. बोर्ड के अध्यक्ष मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ होंगे. चीफ सेक्रेटरी बोर्ड के सदस्य सचिव होंगे. पर्यावरण विशेषज्ञ और सभी अभयारण्यों के प्रतिनिधि बोर्ड में शामिल होंगे.


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