लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के बात की है. इस बीच सीएम योगी ने एलान किया है कि पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपये की आर्थिक मदद, परिवार के एक सदस्य को कनिष्ठ सहायक के पद पर नौकरी, एक सरकारी मकान और फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस की सुनवाई की जाएगी.


मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद गृह सचिव भगवान स्वरूप की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय एसआईटी टीम मामले की जांच करेगी. एसआईटी में दलित और महिला अधिकारी भी शामिल हैं.





दोषी नहीं बचेंगे
इससे पहले सीएम योगी ने कहा था कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के दोषी नहीं बचेंगे. उन्होंने आश्वस्त किया था कि मामले की शीघ्र जांच होगी और त्वरित न्याय दिलाया जाएगा. उन्होंने ट्वीट कर कहा था था कि "हाथरस में बालिका के साथ घटित दुर्भाग्यपूर्ण घटना के दोषी कतई नहीं बचेंगे.. प्रकरण की जांच हेतु विशेष जांच दल का गठन किया गया है.. यह दल आगामी सात दिवस में अपनी रिपोर्ट देगा.. त्वरित न्याय सुनिश्चित करने हेतु इस प्रकरण का मुकदमा फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा."


इलाज के दौरान हुई मौत
बता दें कि, हाथरस जिले में 19 वर्षीय एक दलित लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया था. ये वारदात 14 सितंबर को चंदपा पुलिस थाना क्षेत्र के एक गांव में हुई थी. चार युवकों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था और विरोध करने पर उसका गला घोंटने की कोशिश की थी, इस दौरान उसकी जीभ कट गई थी. इसके बाद से ही लड़की की गंभीर बनी हुई थी. मंगलवार को किशोरी की दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल इलाज के दौरान मौत हो गई थी. मामले में सभी चारों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है. हाथरस की घटना को लेकर पूरे देश में आक्रोश है. मंगलवार देर रात गैंगरेप पीड़िता का अंतिम संस्कार कर दिया गया था.


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