लखनऊ: उत्तर प्रदेश में करीब 8 महीनों से बंद विश्वविद्यालय और कॉलेजों को 23 नवंबर से खोला जा रहा है. यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में फिजिकल क्लासेज की छूट होगी. लखनऊ यूनिवर्सिटी में शताब्दी वर्ष समरोह के चलते 25 नवंबर तक क्लासेज बंद हैं. 25 नवंबर के बाद यूनिवर्सिटी फिजिकल क्लासेज पर फैसला लेगी. इतना ही नहीं अन्य विश्विद्यालय भी अब अपने हिसाब से कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए फिजिकल क्लासेज चला सकते हैं.


जारी किए गए हैं दिशा-निर्देश
बता दें कि, राज्य सरकार ने विश्वविद्यालय और कॉलेज खोले जाने को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए हैं. जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि कक्षाओं में अधिकतम 50 प्रतिशत विद्यार्थी ही उपस्थित रहेंगे. कॉलेज स्टॉफ को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने का आदेश दिया गया है. निर्देश में छात्रों से अपील करते हुए कहा गया है कि सभी छात्रों को फेस कवर/मास्क पहनना चाहिए.


कैंपस में छात्रों की भीड़ न लगे
गौरतलब है कि, कोरोना वायरस महामारी के चलते मार्च माहीने से राज्य में विश्वविद्यालय और कॉलेज बंद हैं. उच्च शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव मोनिका गर्ग ने सभी जिला मजिस्ट्रेट और विश्वविद्यालयों के रजिस्ट्रार को भेजे अपने आदेश में कहा था कि कक्षाएं चरणबद्ध तरीके से फिर से शुरू की जाएं. कक्षाएं इस तरह से लगें कि कैंपस में छात्रों की भीड़ न इकट्ठी हो.


इन बातों का रखना होगा ध्यान
- मोबाइल में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करना होगा.
- छात्रों को शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहना चाहिए.
- कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए चलाई जाएंगी क्लासेज.
- हॉस्टल्स में एक कमरे में सिर्फ एक स्टूडेंट के रहने की अनुमति.
- कंटेन्मेंट जोन में रहने वाले शिक्षक, कर्मचारी और स्टूडेंट को परिसर में आने की अनुमति नहीं.
- छात्रों को ऐसी गतिविधियां विकसित करनी चाहिए जो प्रतिरक्षा बढ़ाने में उपयोगी हों. इनमें व्यायाम, योग, ताजे फल खाना, स्वस्थ्य भोजन और समय से सोना शामिल है.
- छात्रों को कोविड- 19 महामारी के मद्देनजर स्वास्थ्य एवं सुरक्षा उपायों के संबंध में विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए.
- बिना मास्क किसी को नहीं मिलेगा प्रवेश.
- विजिटर्स को नहीं दिया जाएगा कैंपस में प्रवेश.
- फिलहाल बायोमेट्रिक उपस्थिति पर रोक.
- स्टूडेंट्स लैपटॉप, स्टेशनरी, नोटबुक शेयर नही करेंगे.
- विभिन्न स्थानों से आ रहे स्टूडेंट्स को 14 दिन क्वारंटाइन में रखा जाएगा.
- मेस में खाने के समय छोटे-छोटे बैच में स्टूडेंट्स को बुलाया जाएगा.



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