UP News: रक्षामंत्री और लखनऊ (Lucknow) के संसद राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने बुद्धेश्वर महादेव मंदिर में भगवान परशुराम (Parashuram) की भव्य प्रतिमा का अनावरण किया. इस मौके पर राजनाथ सिंह ने कहा कि भगवान परशुराम के पास फरसा भी है और साथ ही धनुष भी. इन लोगों ने शायद सोचा होगा ऐसे व्यक्ति को अनावरण के लिए बुलाया जाए जिस मंत्री के पास अस्त्र-शस्त्र रहते हो इसलिए रक्षा मंत्री को आमंत्रित करते हैं. उन्होंने यहां 150 से अधिक परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया. 


'लखन की नगरी में परशुराम की प्रतिमा विरोधी विचारों के सम्मान का उदाहरण'

राजनाथ सिंह ने कहा की अनेक लोगों का मत है कि लखनऊ का पुराना नाम लखनपुर हुआ करता था और श्री रामचंद्र के छोटे भाई लखन जी की नगरी यह लखनऊ थी और श्री राम-सीता के विवाह में लखन जी और भगवान परशुराम जी के बीच जो तकरार हुई उससे सभी अच्छी तरह परिचित हैं. उनके विपरीत स्वभाव के बारे में भी हम सभी जानते हैं. बावजूद उसके लखन जी की नगरी में भगवान परशुराम की प्रतिमा का ससम्मान अनावरण हो रहा तो विपरीत विचारों के बीच सामंजस्य और विरोधी विचारों के सम्मान का इससे बड़ा दूसरा उदाहरण और कोई नहीं हो सकता. भगवान परशुराम शास्त्र और शस्त्र दोनों धारण करने वाले महापुरुष थे, वह भक्ति और शक्ति के समन्वय की साक्षात प्रतिमूर्ति रहे. जब धरा पर अत्याचार बहुत बढ़ जाता है तो ईश्वर को अवतार लेना पड़ता है और ईश्वर तो एक ही हो सकते हैं चाहे राम के रूप में हो कृष्ण के रूप में हो परशुराम के रूप में हो या आने वाले समय में कल्कि के रूप में. परशुराम को भगवान के अवतार के रूप में देखा जा सकता है.


भगवान परशुराम ने शास्त्र औऱ शस्त्र दोनों का उपयोग किया - राजनाथ सिंह

भगवान परशुराम ने जहां जरूरत हुई शास्त्र का उपयोग किया और जहां जरूरत हुई वहां शस्त्र का भी उपयोग किया. आमतौर पर उनके आवेश रूप की ही चर्चा होती है. उनके क्षत्रिय कुल द्रोही रूप ही क्यों कहा गया. जबकि यह सच्चाई नहीं है. उनके समस्त रूपों की हमारे समाज में चर्चा होनी चाहिए. भगवान परशुराम भगवान विष्णु के छठे अवतार ही नहीं है भगवान परशुराम चिरंजीवी माने गए हैं. भगवान परशुराम ने अनेक बार अत्याचार करने वाले राजाओं का नाश किया. त्रेता और द्वापर दोनों युगों में भगवान परशुराम एक साथ विद्यमान रहते हैं. इस कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर, डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, पूर्व डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा, विधायक आशुतोष टंडन,योगेश शुक्ला, मेयर संयुक्ता भाटिया भी उपस्थित रहे.


Shamli News: भारतीय किसान यूनियन ने बिजली विभाग पर लगाया अवैध वसली का आरोप, कहा- पुलिस दबाव बनाती है


185 करोड़ की योजनाओं का किया शिलान्यास और लोकार्पण

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज अपने संसदीय क्षेत्र में 185 करोड़ रुपए की 158 परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया. लखनऊ के साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर जितिन प्रसाद, ऊर्जा मंत्री एके शर्मा, पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा समेत तमाम विधायक मौजूद थे. राजनाथ सिंह ने कहा कि पिछले आठ साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ का विकास किया है. ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने के लिए छह फ्लाईओवर बन गए हैं और छह फ्लाईओवर बनने प्रस्तावित हैं. इससे लखनऊ में जाम की समस्या खत्म हो जाएगी. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत आज विश्व गुरु बन रहा है. डिफेंस के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो रहा है. भारत का रक्षा निर्यात लगातार बढ़ रहा है. भारत की बात पहले विश्व मंच पर नहीं सुनी जाती थी पर आज पूरी दुनिया भारत की बात गौर से सुनती है. इंफ्रास्ट्रक्चर में एक लाख करोड़ रुपए का निवेश हो रहा है और यह निवेश कंप्लीट होते ही भारत विकसित देश बन जाएगा.


ये भी पढ़ें -


UKSSSC Paper Leak: भर्ती घोटाले में बड़ा खुलासा, आयोग के भीतर से ही चोरी हुआ था सचिवालय रक्षक भर्ती का पेपर