UP Deputy CM Dr Dinesh Sharma in Lucknow: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के माध्यमिक विद्यालयों में अब बच्चों को एक घंटा झलकारी बाई (Jhalkari Bai) के इतिहास के बारे में भी पढ़ाया जाएगा. ये घोषणा डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा (Dr Dinesh Sharma) ने भाजपा अनुसूचित मोर्चा के कोरी समाज के सम्मेलन में की. पंचायत भवन में आयोजित सम्मेलन में डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने विपक्षियों को आड़े हाथों लिया. उन्होंने बिना अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) का नाम लिए कहा की आज कल एक हैं जो लोगों की ज्वाइनिंग के ट्वीट कर रहे, लेकिन ज्वाइन उनको करवा रहे हैं जिन्हें भाजपा (BJP) ने निकाला, जिन्हें बसपा (BSP) ने निकाला या किसी और ने निकाला. 


चल रहा है बुलडोजर
डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि पिछली सरकारों में मंत्री, माफियाओं के पैर छूते थे. माफिया बड़े-बड़ों को मुर्गा बनाकर घर में बैठा लेते थे. लेकिन, आज उन पर बुलडोजर चलता है. कांग्रेस (Congress) पर निशाना साधते हुए दिनेश शर्मा ने कहा कि जिनको कुछ नहीं करना वो घोषणा कर रहे हैं, उनको पता है 'न नौ मन तेल होगा न राधा नाचेगी'. उन्होंने कहा कि सभी को घोषणा करने का अधिकार है, उनको पता है कि वो आने वाले नहीं हैं. ये लोग सिर्फ घोषणा करते हैं और दुखद घटना के आधार पर दल बल के साथ प्रकट होने का अभियान चलाते हैं. 


यूपी के चुनावी मौसम में अयोध्या पहुंचे अरविंद केजरीवाल, सरयू नदी के तट पर की आरती


विरोधियों पर कसा तंज 
डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि दिल्ली वाली पार्टी है, दोनों वंशज घूम-घूमकर प्रयास कर रहे हैं. जहां जाते हैं, उसके अगले दिन लोग साथ छोड़ देते हैं. सपा पर निशाना साधते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि एक दल विजय यात्रा निकालता है, दूसरी जगह प्रत्याशी खोज रहा है. वहीं, एक दल हाथी वाला है जो आज यात्रा के लिए चेहरे की तलाश में है. उन्होंने कहा कि ये सब एक ही हैं, अलग नहीं, इनकी नीतियां एक हैं. कुछ लोग दुखद घटनाओं का इंतजार करते हैं, छोटी सी घटना भी हो तो बाहर निकल पड़ते हैं. ऐसे खानदानी लोग कोरोना के समय सिर्फ ट्वीट करते थे और अपने जन्मदिन मनाने विदेश चले जाते थे.


योगी जी जैसा नेतृत्व नहीं मिलने वाला
डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार ने कोरोना कर्फ्यू लगा तो लोगों के घर तक सामान पहुंचाया, रेहड़ी-पटरी वालों के खाते में पैसा भेजा, निशुल्क राशन दे रहे हैं. डिप्टी सीएम ने कहा कि मोदी और योगी को कमजोर करने के लिए विदेशी ताकतें तक लगी हैं. कोई हैदराबाद से आ रहा, कोई बंगाल, कोई महाराष्ट्र तो कोई बिहार में जेल से बाहर आकर काम कर रहा है. योगी जी जैसा नेतृत्व नहीं मिलने वाला जो पिता के निधन पर ना जाकर जनता की चिंता में लगा रहे. 



ये भी पढ़ें:


Bhartiya Akahara Parishad: महंत रवींद्र पुरी बने भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष, खुद को बताया बीजेपी समर्थक