लखनऊः देशभर में एक बार फिर से कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेजी आने के साथ ही उत्तर प्रदेश में संक्रमण में तेजी देखी जा रही है. जिसे देखते हुए राजधानी लखनऊ में कोविड के बढ़ते प्रकोप को कम करने के लिए अस्पताल बढ़ाने की कवायद शुरू कर दी गई है. जिसके लिए बृहस्पतिवार को डीएम अभिषेक प्रकाश ने कोविड हॉस्पिटल मैनेजमेंट कमेटी की बैठक ली और सभी हॉस्पिटल्स को पहले की तरह कोविड हॉस्पिटल में परिवर्तित करने का निर्देश जारी किया.


कोरोना को लेकर प्रशासन सख्त


डीएम अभिषेक प्रकाश ने कोविड हॉस्पिटल मैनेजमेंट कमेटी की बैठक में निर्देश देते हुए कहा है कि 'कोरोना पॉज़िटिव रोगियों को बिना वक्त गवाए एडमिट किया जाना चाहिए. इसके अलावा सभी कोविड-19 हॉस्पिटल्स पर नोडल अधिकारी अपनी नजर बनाए रखेंगे. वहीं रोगियों से फीडबैक लेकर डेली रिपोर्ट भी सौंपनी होगी.'


अभिषेक प्रकाश का कहना है कि 'सभी हॉस्पिटल जो कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुसार कोविड और नॉन कोविड हॉस्पिटल दोनों चलाने के सक्षम हैं, वह स्वेच्छा से कोविड हॉस्पिटल या कोविड के मरीज़ों के लिए पहले की तरह अलग कोविड ब्लॉक बनाएं.'


डीएम ने दिए हॉस्पिटल मैनेजमेंट कमेटी को निर्देश


डीएम ने निर्देश देते हुए कहा है कि '10 अप्रैल से चरक हॉस्पिटल में कोविड मरीजों का इलाज शुरू होगा. सहारा हॉस्पिटल का कोविड ब्लॉक 30 मार्च से और प्रसाद हॉस्पिटल, इंटीग्रल, विवेकानंद हॉस्पिटल व टीएस मिश्रा हॉस्पिटल में 1 अप्रैल से कोविड रोगियों का उपचार शुरू होगा. अभी आरएमएल, एसजीपीजीआई, केजीएमयू, एरा, मेयो, चंदन, विद्या, अथर्व आदि हॉस्पिटलों में कोविड वार्ड बनाए जाएंगे.'


इसके अलावा डीएम ने सभी हॉस्पिटल को पहले की तरह कंट्रोल रूम की स्थापना करने और उसे इंट्रीग्रेटेड कोविड कंट्रोल एंड कमाण्ड सेंटर से जोड़ने के निर्देश दिए हैं. डीएम ने सीएमओ को सभी कोविड हॉस्पिटल का निरीक्षण कराए जाने के निर्देश जारी किए हैं. वहीं अभिषेक प्रकाश का कहना है कि कोरोना संक्रमितों के इलाज में ओवर प्राइसिंग व अधिक वसूली को बर्दाशत नहीं किया जाएगा.


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