Lucknow News Today: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां लखनऊ के एक डॉक्टर को साइबर ठगों ने 9 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट रखा. वीडियो कॉल करने वाले साइबर ठग ने खुद को इंस्पेक्टर बताया था. इस मामले में अब पीड़िता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. 


दरअसल, साइबर ठगों ने लखनऊ की एक महिला डॉक्टर को मनी लॉन्ड्रिंग केस के नाम पर 9 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट रखा और इस दौरान उसे 13.40 लाख रुपये ठग लिए. पीड़ित महिला डॉक्टर को वीडियो कॉल करने वाले ने खुद को इंस्पेक्टर बताया. वीडियो कॉल करने वाले कहा कि उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग केस में 45 दिन की जेल होगी.


NCP नेता का भी ठग ने किया जिक्र
डॉक्टर को शक न हो इसलिए अगली बार खुद को मुंबई पुलिस का ना बताकर दिल्ली पुलिस का अधिकारी बताया. साथ ही एनसीपी नेता नवाब मलिक मनी लॉन्ड्रिंग केस का जिक्र किया. पीड़ित डॉक्टर को जब साइबर ठगों के जरिये ठगी के शिकार होने की बात पता चली तो उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.  


लखनऊ के मानक नगर स्थित चित्रगुप्त नगर निवासी डॉ अनुरूपा राय ने पुलिस को बताया कि 26 दिसंबर को एक युवक ने खुद को ट्राई कर्मी बताकर फोन किया था. उसने कहा कि दिल्ली में आपके आधार कार्ड से 14 अगस्त को एक सिम लिया गया है, जिससे लड़कियों को न्यूड वीडियो भेजे जा रहे हैं.


पुलिस की जांच की दी धमकी
पीड़ित डॉ अनुरूपा राय के मुताबिक, वीडियो कॉल में साइबर ठग ने सिम वैरिफिकेशन किया. इस पर जब उन्होंने दिल्ली में कोई सिम न लने की बात बताई तो उसने कहा कि हम इसको वैरिफाई करेंगे. वीडियो कॉल करने वाले ने साथ में ये भी कहा कि आपके विषय में दिल्ली पुलिस जांच करेगी.


इसके कुछ ही देर बाद पीड़ित डॉ अनुरूपा राय को दूसरे नंबर से वीडियो कॉल आई. जिसने खुद को सीनियर इंस्पेक्टर अनिल बताते हुए पूछताछ शुरू कर दी. अब इस मामले डॉ अनुरूपा राय ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और सख्त कार्रवाई की मांग की है. 


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