लखनऊ: शिक्षक स्नातक की 11 सीटों पर होने वाले MLC चुनाव के लिए थमा प्रचार, 1 दिसंबर को होगी वोटिंग
शिक्षक स्नातक कोटे की विधान परिषद की 11 सीटों पर एमएलसी के चुनाव 1 दिसंबर को होंगे. 11 सीटों पर कुल 199 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विधानसभा के चुनाव 2022 में होने हैं. लेकिन उससे पहले शिक्षक स्नातक कोटे की विधान परिषद की 11 सीटों पर एमएलसी के चुनाव 1 दिसंबर को होंगे. इन 11 सीटों पर चुनाव प्रचार आज शाम 5 बजे थम गया. 11 सीटों पर कुल 199 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं.
1 दिसंबर होगा मतदान देश के जिन 6 राज्यों में विधान परिषद मौजूद है वहां शिक्षक और स्नातक के कोटे की भी सीटें रिजर्व हैं. उत्तर प्रदेश में शिक्षक स्नातक एमएलसी के चुनाव 11 सीटों पर हो रहे हैं. MLC चुनाव के लिए वोटिंग 1 दिसंबर को सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक होगी. इसके लिए पिछले 1 महीने से जारी चुनाव प्रचार आज शाम 5 बजे थम गया.
कहां कितनी सीटें जिन 11 सीटों पर चुनाव हो रहे हैं उनमें 5 स्नातक कोटे की हैं और 6 शिक्षक कोटे की. इसमें आगरा स्नातक खंड सीट पर कुल 22 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं जबकि इलाहाबाद झांसी स्नातक खंड सीट पर कुल 16 उम्मीदवार, लखनऊ स्नातक खंड सीट पर कुल 24 उम्मीदवार, मेरठ स्नातक खंड सीट पर कुल 30 उम्मीदवार और वाराणसी खंड स्नातक सीट पर कुल 22 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं.
अगर शिक्षक खंड MLC चुनाव की बात करें तो आगरा शिक्षक खंड सीट पर 16 उम्मीदवार, बरेली मुरादाबाद शिक्षक खंड सीट पर 15 उम्मीदवार, गोरखपुर फैजाबाद सीट पर 16 उम्मीदवार, लखनऊ खंड सीट पर 11 उम्मीदवार, मेरठ खंड सीट पर 15 उम्मीदवार और वाराणसी खंड सीट पर कुल 12 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं.
199 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हालांकि, 12 नवंबर तक चले नामांकन के दौरान कुल 215 उम्मीदवारों ने इन चुनावों के लिए अपना पर्चा दाखिल किया था लेकिन पांच नामांकन स्क्रूटनी में रद हो गए और 11 लोगों ने अपने नाम वापस ले लिए जिसके बाद इन चुनाव में अब कुल 199 उम्मीदवार ही चुनाव मैदान में बचे हैं.
3 दिसंबर को आएंगे नतीजे इन चुनाव में वोट डालने के लिए राज्य सरकार के कर्मचारियों को जो चुनाव के बोनाफाइड वोटर हैं उन्हें 1 दिसंबर को आकस्मिक अवकाश भी दिया जाएगा. चुनाव के नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे. जाहिर है एमएलसी चुनाव के नतीजे 2022 से पहले प्रदेश में हवा का क्या रुख है ये बताएंगे साथ ही सियासी दलों और पॉलिटिकल पंडितों के लिए ये नतीजे आगामी चुनावी भविष्य भांपने में मदद करेंगे.
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