UP Politics: समाजवादी पार्टी की नेता पूजा शुक्ला (Pooja Shukla) पर लखनऊ (Lucknow) के गौतमपल्ली थाने में एफआईआर दर्ज हुई है. मामला मुख्यमंत्री चौराहे पर विवादित पोस्टर लगाने का है. यूपी डायल 112 की महिला कर्मचारियों के प्रदर्शन को पूजा शुक्ला समर्थन दे रही थीं. लड़कियों के प्रदर्शन पर बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने पोस्टर लगाया था. सपा नेता को बीजेपी के खिलाफ विवादित पोस्टर लगाना महंगा पड़ गया. पुलिस ने पूजा शुक्ला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया.
बुरी फंसी सपा नेता पूजा शुक्ला
मुकदमा दर्ज होने के बाद उन्होंने सफाई दी. पूजा शुक्ला ने बताया कि पत्रकारों के माध्यम से मामला दर्ज होने की जानकारी मिली. उन्होंने 112 डायल की महिला कर्मचारिोयों की पिटाई का मुद्दा उठाया. पूजा शुक्ला ने कहा कि महिला कर्मचारियों का आंदोलन मुख्यालय से शुरू होकर बाहर आया. मुख्यालय के बाहर प्रदर्शनकारी महिला कर्मचारियों के साथ मारपीट, बदतमीजी और अभद्रता की गई. उन्होंने कहा कि प्रदर्शकारी महिला कर्मचारियों की मांग वेतन बढ़ाने की थी.
पोस्टर लगाने पर मुकदमा दर्ज
वेतन बढ़ाने के संबंध में विभाग और सरकार की तरफ से सुनवाई को अनसुना किया जा रहा था. उन्होंने विवादित पोस्टर पर सफाई देते हुए कहा कि मेरा उद्देश्य बेटियों की आवाज को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंचाना था. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार में महिलाओं को बेरहमी से पीटा जा रहा है. पूजा शुक्ला ने कहा कि मेरा प्रयास था कि पोस्टर मुख्यमंत्री योगी तक पहुंचे. उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने उल्टे मुझ पर मुकदमा दर्ज कर लिया. उन्होंने कहा कि सरकार की दमनकारी नीति नहीं चलने दी जाएगी. मेरा संघर्ष बेटियों के अधिकार दिलाने का है. मेरी लड़ाई सरकार के खिलाफ आगे भी जारी रहेगी. उन्होंने दावा किया कि प्रताड़ना के बावजदू ना मैं अपने और बेटियों के हौसलों को टूटने नहीं दूंगी.