ठीक हुई लखनऊ की पहली कोरोना पॉजिटिव, अस्पताल में मिला ये ट्रीटमेंट
लखनऊ के KGMU में भर्ती कोरोना की पहली महिला मरीज को संक्रमण मुक्त होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। महिला को डिस्चार्ज करने से पहले दो बार सैंपल टेस्ट किया गया।
लखनऊ, शैलेश अरोड़ा। कोरोना वायरस के चलते राजधानी में कुछ इलाकों को लॉडाउन किया गया है। यहां तक कि 31 मार्च तक होटल, कैफे, बार, ब्यूटी पार्लर समेत कई प्रतिष्ठान भी बंद कर दिए गए हैं। इसी बीच लखनऊ वासियों के लिए एक राहत भरी खबर है। लखनऊ के KGMU में भर्ती कोरोना की पहली महिला मरीज को संक्रमण मुक्त होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। महिला को डिस्चार्ज करने से पहले दो बार सैंपल टेस्ट किया गया। दोनों सैंपल नेगेटिव आने के बाद महिला चिकित्सक को डिस्चार्ज किया गया। हालांकि उन्हें अगले 14 दिन तक होम आइसोलेशन में रहना होगा।
11 मार्च को हुई थी भर्ती महिला चिकित्सक 8 मार्च को लंदन से मुम्बई के रास्ते लखनऊ आई थी। कोरोना के लक्षण दिखने पर महिला को 11 मार्च को KGMU लाया गया जहां उनका सैंपल टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव मिला। तभी से महिला आइसोलेशन वार्ड में थी। इस महिला के संपर्क में आये एक युवक को भी कोरोना हुआ था जो अब भी आइसोलेशन वार्ड में है। ये युवक महिला का ही रिश्तेदार है।
कोरोना मरीज को दिया गया ये ट्रीटमेंट केजीएमयू के कुलपति प्रो. एमएलबी भट्ट ने बताया की कोरोना इन्फेक्शन के लिए अब तक कोई स्टैण्डर्ड ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल इंटरनेशनली उपलब्ध नहीं है। इसीलिए मरीज को वायरल इन्फेक्शन की स्टैण्डर्ड दवा दी गयी थी। ऐसे मरीजों को क्लोरोफिन भी दिया जा रहा लेकिन इस महिला को क्लोरोफिन से एलर्जी थी इसलिए नहीं दिया गया था।
आइसोलेशन वार्ड में भर्ती महिला को उसका मोबाइल और लैपटॉप भी साथ में रखने दिया गया था। आज महिला को डिस्चार्ज करते समय उनके मोबाइल, लैपटॉप समेत अन्य सामान को डिसइन्फेक्ट किया गया। फिलहाल महिला को अगले 14 दिन तक किसी से भी मिलने से इंकार किया गया है।