लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जब से सत्ता में आई है गायों के संरक्षण पर उसका खास फोकस है. सरकार बनते ही कैबिनेट बैठक में सरकार ने अवैध बूचड़खानों पर रोक लगाने का आदेश दिया था. इसके अलावा पूरे प्रदेश में इस वक्त करीबन 5000 से ज्यादा निराश्रित गोवंश आश्रय केंद्र संचालित हो रहे हैं. इतना ही नहीं पहली बार पूरे प्रदेश में गोपाष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाने के लिए सरकारी आदेश भी जारी हुआ है.
धूमधाम से मनाई जाए गोपाष्टमी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद मुख्य सचिव ने सभी जिलों के डीएम को पत्र लिखकर कहा है कि 22 नवंबर को सभी जिलों में गौशालाओं पर गोपाष्टमी को धूमधाम से मनाया जाए. गौ सेवा केंद्र को सजाया जाए, गौ पूजा की जाए. उनकी चिकित्सकों से जांच कराई जाए. इस कार्यक्रम में स्थानीय विधायक, सांसद और आसपास के लोगों को भी बुलाया जाए. वहीं, गौ सेवा आयोग ने भी प्रदेश के सभी जिलों के अफसरों को पत्र लिखकर गोपाष्टमी के पर्व को धूमधाम से मनाने को कहा है.
पहले कभी नहीं हुआ इतना काम
गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष प्रोफेसर श्यामनंदन सिंह का कहना है कि इस सरकार ने गायों के संरक्षण के लिए जितना काम किया है उतना काम इससे पहले कभी नहीं हुआ. पहली बार गोवंश की कटान करने वालों को होने वाली सजा को बढ़ाकर 10 साल किया गया है और जुर्माना भी बढ़ाया गया है. इस कार्यक्रम के जरिए गौ पालकों को सरकार ये संदेश देने की कोशिश कर रही है कि गाय केवल दूध नहीं देती बल्कि गाय के गोबर से भी जो उत्पाद बनते हैं अब उनकी बहुत मांग है.
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