लखनऊ: जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव से पहले बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. बांदा के बीजेपी से निष्कासित पूर्व राज्य मंत्री शिवशंकर सिंह पटेल समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं. जिला पंचायत सदस्य का बीजेपी से टिकट ना मिलने पर शिवशंकर सिंह पटेल ने पत्नी को निर्विरोध चुनाव लड़ाया था. इसी के बाद पार्टी विरोधी कार्य करने पर बीजेपी ने शिवशंकर सिंह पटेल को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया था. अब इसी पूरे घटनाक्रम के बाद आज लखनऊ में शिवशंकर सिंह पटेल ने अखिलेश यादव से मुलाकात कर समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है.
पत्नी को निर्दलीय चुनाव मैदान में उतारा
दरअसल उत्तर प्रदेश में पंचायत के चुनाव में तमाम बीजेपी नेताओं ने अपने परिवार के लोगों के लिए टिकट मांगा था, लेकिन पार्टी ने इस बात का एलान पहले ही किया था वो किसी मंत्री, विधायक, सांसद के परिवार के लोगों को टिकट नहीं देगी. बल्कि पार्टी के आम कार्यकर्ताओं को पंचायत चुनाव में टिकट दिया जाएगा और जब शिवशंकर सिंह पटेल ने अपनी पत्नी के लिए टिकट मांगा और पार्टी की तरफ से टिकट नहीं दिया गया तब उन्होंने अपनी पत्नी को निर्दलीय चुनाव मैदान में उतार दिया. जिसके बाद बीजेपी ने इन्हें निष्कासित कर दिया था.
बीजेपी के लिए खड़ी कर सकते हैं मुश्किल
अब प्रदेश में 12 जुलाई से पहले जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव हो जाने हैं, इसे लेकर सियासी दल अपनी-अपनी तैयारी कर रहे हैं. बीजेपी के मंत्री विधायक सांसद को ये जिम्मेदारी दी गई है कि ज्यादा से ज्यादा जिला पंचायत अध्यक्ष की सीटें बीजेपी जीते जबकि समाजवादी पार्टी भी कई जिलों में अपने उम्मीदवारों, निर्दलीयों के सहारे जिला पंचायत अध्यक्ष कुर्सी पर कब्जा करने में जुटी है. शिवशंकर पटेल ने लखनऊ में अखिलेश यादव की मौजूदगी में सपा का दामन थाम लिया है. जाहिर है कि जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में शिवशंकर सिंह पटेल एक बार फिर बीजेपी के लिए मुश्किल खड़ी कर सकते हैं.
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