Lucknow News: लखनऊ के पॉश इलाके गोमती नगर में बारिश के दौरान युवती से छेड़छाड़ मामले में एसएचओ समेत पांच पुलिसकर्मियों को विभागीय जांच में दोषी पाया गया है, जिसके बाद उन पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में पुलिस कर्मियों द्वारा घटना के दौरान लापरवाही बरतने की पुष्टि हुई है.


इस घटना को लेकर तत्कालीन गोमतीनगर एसएचओ दीपक कुमार पांडेय, दरोगा ऋषि विवेक, दरोगा कपिल कुमार, सिपाही धर्मवीर व सिपाही वीरेंद्र कुमार को निलंबित कर दिया गया था. सभी के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए थे. जिसमें दोषी पाए जाने के बाद अब उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी. 


दोस्त के साथ जा रही युवती से छेड़छाड़
ये घटना 31 जुलाई की है कि जब लखनऊ में बारिश के बाद मरीन ड्राइव पुल के नीचे काफी पानी भर गया था. इस दौरान 30-40 युवक वहां इकट्ठा हो गए और उन्होंने हुड़दंग मचाना शुरू कर दिया. इस बीच एक युवती अपने दोस्त के साथ मोटरसाइकिल से जा रही थी, जिसके बाद इन युवकों ने उसे घेर लिया और बाइक से गिरा दिया. यहीं नहीं उन्होंने युवती से छेड़खानी की. 


इस मामले की जांच के दौरान सामने आया कि इस घटना में पुलिस की लापरवाही हुई है. पॉश इलाका होने की वजह से अक्सर यहां भीड़ भी रहती है. ऐसे में पुलिसकर्मियों को यहां तैनात होना चाहिए. लेकिन, घटना के समय पुलिस कर्मी मौके पर मौजूद नहीं थे. जिसके बाद इन सभी पुलिसकर्मियों को इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में दोषी पाया गया है. 


युवती से छेड़खानी का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. जिसके बाद लखनऊ पॉश इलाके में हुई इस घटना को लेकर सियासत भी देखने को मिली थी. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी इस पर सवाल उठाते हुए योगी सरकार पर निशाना साधा था. जिसके बाद सीएम योगी ने सदन में इस मामले पर सफाई दी थी और आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने का दावा किया था.  


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