Lucknow Hotel Fire: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित हजरतगंज के होटल लेवाना (Hotel Levana) में लगी आग के बाद कई बड़े खुलासे सामने आ रहे हैं. दरअसल फायर विभाग ने 16 फरवरी 2021 को ही एक अतिरिक्त स्टेयरकेस बनाने के लिए निर्देश दिए थे, इसमें शर्त थी कि यदि निर्देशों का पालन नहीं हुआ तो नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) निरस्त मानी जाएगी. वहीं फायर विभाग की ओर से पिछली नोटिस के सात माह बाद फिर 23 अक्टूबर 2021 को नोटिस जारी किया गया, जिसमें साफ आदेश थे कि पूर्व में जारी नोटिस में अतिरिक्त स्टेयरकेस बनाने की शर्त नहीं मानी गई तो कार्रवाई होगी और फायर NOC स्वतः निरस्त समझी जाएगी, हालांकि होटल समूह इस पर अनदेखी करता रहा.


होटल में दी जा रही थीं ये सुविधाएं


शुरुआती जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि अवैध रूप से मानकों के विपरीत बने होटल में कई सुविधाएं दी जाती थी, जैसे होटल के ग्राउंड फ्लोर पर एक सैलून भी था. होटल के रूफ टॉप पर कैफे और बार की सुविधाएं भी दी जा रही थीं वहीं ग्राउंड फ्लोर पर बैंक्वेट हॉल और कॉन्फ्रेंस मीटिंग रूम की सुविधा थी. इसके साथ-साथ मल्टीक्विजीन रेस्टोरेंट और बार में पार्टी की सुविधा थी. इतना ही नही होटल में स्पा की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाती थी.


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घटना में 4 लोगों की हुई मौत


वहीं अब लखनऊ विकास प्राधिकरण ने इस मामले में 22 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की है. इसके अलावा एलडीए ने होटल लेवाना सूइट्स को सील करने के भी निर्देश दिए हैं. मिली जानकारी के अनुसार बिल्डर के खिलाफ धोखाधड़ी की प्राथमिकी भी दर्ज की गई है. बताया गया कि लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने प्रकरण की जांच के लिए सचिव की अध्यक्षता में गठित की कमेटी की है. बता दें कि ताजा जानकारी के मुताबिक इस होटल में लगी आग के कारण 4 लोगों की मौत हो गई है, वहीं 14 लोग घायल हो गए हैं.


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