Lucknow Hazratganj Kotwali: डीजीपी मुकुल गोयल (DGP Mukul Goyal) शनिवार को अचानक हजरतगंज कोतवाली (Hazratganj Kotwali) का निरीक्षण करने पहुंचे तो उन्हें तमाम अव्यवस्था मिली. कोतवाली (Kotwali) में चारों तरफ गंदगी फैली थी. वाहन बेतरतीब खड़े थे. कार्यालय का रखरखाव भी ठीक नहीं था. चारों तरफ कागज बिखरे हुए थे. डीजीपी ने रिकॉर्ड चेक किए तो उसमें भी काफी खामियां मिली. अव्यवस्था और लापरवाही से नाराज डीजीपी ने पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर (Police Commissioner DK Thakur) से इंस्पेक्टर को हटाकर जांच कराने के आदेश दिए. उन्होंने बीट को लेकर एक दारोगा निशा सिंह (Nisha Singh) और रजिस्टर पर एंट्री को लेकर एक आरक्षी को फटकार भी लगाई.
नजर आई खामियां
डीजीपी ने हजरतगंज कोतवाली के साथ ही परिसर में स्थित महिला थाना और साइबर सेल के अलावा महिला डेस्क का भी निरीक्षण किया. आगंतुक कक्ष में रखे रजिस्टर के बारे में उन्होंने पड़ताल की. कोतवाली परिसर में तमाम खामियां देखकर उनकी त्योरियां चढ़ गई. उन्होंने पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर से कहा कि ऐसा लग रहा है कि इंस्पेक्टर काम में ज्यादा रुचि नहीं ले रहे हैं. उन्हें यहां से हटाकर जांच कराई जाए. साइबर सेल का कामकाज देखकर डीजीपी संतुष्ट नजर आए जबकि महिला डेस्क के काम पर उन्होंने नाराजगी जताई.
महिला डेस्क में महिलाओं से संबंधित शिकायतें ही दर्ज हों
डीजीपी ने कहा कि महिला डेस्क में महिलाओं से संबंधित शिकायतें ही दर्ज हों जबकि वहां रजिस्टर पर मोबाइल खोने की सूचनाएं दर्ज की जा रही हैं. डीजीपी ने महिला थाना की पुलिसकर्मियों को उनके काम की जानकारी ना होने की बात कही. उन्होंने कहा कि बीट पर कैसे काम किया जाता है, ये महिला पुलिसकर्मियों को नहीं पता. उन्होंने अधिकारियों से इस बारे में महिलाओं को जानकारी देने के निर्देश दिए. निरीक्षण के दौरान पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के अलावा डीसीपी सेंट्रल डॉक्टर ख्याति गर्ग, एडीसीपी सेंट्रल राजेश श्रीवास्तव और एसीपी हजरतगंज राघवेंद्र मिश्रा मौजूद थे.
किसान महापंचायत पर पुलिस सतर्क
डीजीपी मुकुल गोयल ने कहा किसान पंचायत को लेकर उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के अलावा हरियाणा, पंजाब और उत्तराखंड से भी किसानों के आने की जानकारी मिली है. उन्होंने कहा कि सभी रास्तों में पुलिस की व्यवस्था सुनिश्चित कर दी गई है. मुजफ्फरनगर के जिस मैदान में किसान महापंचायत है, वहां भी चारों तरफ पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. कानून व्यवस्था की कोई भी दिक्कत नहीं आने दी जाएगी.
डीजीपी का भी फोन नहीं उठाते थानेदार और पुलिस अधिकारी
थानेदार और पुलिस अधिकारियों के फोन ना उठाने से डीजीपी मुकुल गोयल खुद परेशान हैं. उन्होंने कहा कि कई बार अधिकारी उनका भी फोन नहीं उठाते हैं. इससे जनता को समस्या होती है. हालांकि, पुलिस अधिकारियों के पास फोन भी ज्यादा आते हैं, लेकिन व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए कि सभी का फोन रिसीव हो.
साइबर क्राइम से निपटने के लिए हर थाने में बनेगी हेल्प डेस्क
डीजीपी ने कहा कि साइबर क्राइम तेजी से बढ़ रहा है. जनता में जागरूकता की कमी का साइबर अपराधी फायदा उठा रहे हैं. हालांकि, यूपी पुलिस जागरूकता अभियान चला रही है. आगरा जोन से 2 महीने का जागरूकता अभियान शुरू किया गया है. उन्होंने कहा कि जितना ज्यादा लोग जागरूक होंगे, साइबर क्राइम से उतना ही ज्यादा खुद को बचा सकेंगे. डीजीपी ने कहा कि प्रदेश में अभी 18 साइबर थाने हैं. ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि प्रत्येक जिले में कम से कम एक साइबर थाना हो, जहां साइबर अपराध से संबंधित सूचनाएं और शिकायतें दर्ज कराई जा सके. उन्होंने कहा कि हर थाने में साइबर हेल्प डेस्क बनाने की भी व्यवस्था की जा रही है.
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