UP News: बीमा कंपनी बजाज आलियांज (Bajaj Allianz) ने लखनऊ (Lucknow) में हजरतगंज पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि राज्य में 21 व्यावसायिक चौपहिया और तिपहिया वाहनों के मालिकों ने पिछले एक महीने में अपने वाहनों का बीमा (Insurance) करवाया है और कम प्रीमियम (Premium)  का भुगतान किया. कंपनी ने दावा किया कि धोखाधड़ी के कारण उसे भारी नुकसान हुआ. कंपनी ने बताया कि अकेले यूपी में पिछले एक साल के अंदर 26,000 वाणिज्यिक चार पहिया वाहनों का दोपहिया के रूप में रजिस्ट्रेशन कराया गया जिससे 20 करोड़ का नुकसान हुआ है.


चार पहिया वाहन को बेची दोपहिया वाहन की पॉलिसी


फर्म को संदेह है कि यह एक अखिल भारतीय स्तर के गिरोह का काम है, जो वाहनों का बीमा कराने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल का उपयोग करता है. कंपनी के शाखा प्रबंधक रविशंकर तिवारी की ओर से हजरतगंज में शिकायत दर्ज कराई गई है. रविशंकर तिवारी ने अपनी शिकायत में कहा कि अभिषेक पांडे को कंपनी के गोंडा स्थित सैटेलाइट कार्यालय में प्वाइंट ऑफ सेल का एजेंट नियुक्त किया गया था. सितंबर 2021 में, कंपनी को पता चला कि पांडे ने एक वाणिज्यिक चार पहिया वाहन मालिक को दोपहिया वाहन देयता नीति जारी की थी. इससे चार पहिया वाहन के लिए प्रीमियम की कंपनी को नुकसान हुआ. राज्य और केंद्र सरकार को जीएसटी का नुकसान हुआ.


कर्मचारी की मिलीभगत से हुआ नुकसान


आंतरिक जांच के बाद अभिषेक पांडे की धोखाधड़ी का मामला सामने आया. रविशंकर तिवारी ने आरोप लगाया, हमें यह जानकर हैरानी हुई कि पांडे ने कंपनी में अपने लगभग एक साल के कार्यकाल के दौरान विभिन्न ग्राहकों के चौपहिया वाहनों को 21 ऐसी पॉलिसी बेची हैं. हजरतगंज थाना प्रभारी अभिषेक मिश्रा ने कहा कि पुलिस ने एक शिकायत के आधार पर अभिषेक पांडे के खिलाफ आपराधिक विश्वासघात और जालसाजी का मामला दर्ज किया है और मामले की जांच की जा रही है.


बजाज आलियांज के प्रमुख विकास दवे ने कहा कि धोखाधड़ी अखिल भारतीय स्तर की है, जिसमें 1.36 लाख चौपहिया वाहनों को दुपहिया के रूप में पंजीकृत किया गया है, जिससे कंपनी को लगभग 110 करोड़ रुपये और सरकार को जीएसटी के रूप में 20 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. दवे ने आगे कहा कि रिकॉर्ड के अनुसार, उत्तर प्रदेश में एक वर्ष (अक्टूबर 2021-अक्टूबर 2022) के भीतर 26,000 वाणिज्यिक चार पहिया वाहनों को दोपहिया के रूप में पंजीकृत किया गया है, जिससे लगभग 20 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.


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