Uttar Pradesh News: यूपी में फरवरी में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (Global Investors Summit) से पहले राजधानी में लखनऊ इन्वेस्टर समिट (Lucknow Investors Summit) का आयोजन किया गया. इसमें बड़ी संख्या में विभिन्न क्षेत्र के इन्वेस्टर्स शामिल हुए. इस दौरान जिला प्रशासन और विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने इन लोगों को लखनऊ (Lucknow) में निवेश से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां दीं. निवेशकों को बताया गया कि किस तरह से लखनऊ में अगर उन्हें कोई जमीन लेनी है, इंडस्ट्री लगानी है तो उसके लिए कौन कौन से विभाग से क्या-क्या औपचारिकता करनी होगी. कहां से और कैसे एनओसी लेनी होगी. उन्हें किस तरह की सुविधाएं और सहायता दी जाएगी. इन्वेस्ट यूपी पोर्टल के ऑन लाइन डाटा के अनुसार अब तक 331 इंटेंट दाखिल किये गए हैं, जिसमे 56,299 करोड़ रुपये के 262 एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये.


डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने क्या कहा
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित लखनऊ इन्वेस्टर्स समिट के दौरान चार अलग-अलग सेशन हुए इसमें हाउसिंग सेक्टर, रियल स्टेट होटल इंडस्ट्री और अन्य तरह की फैक्ट्री लगाने के इच्छुक निवेशकों ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक (Deputy CM Brajesh Pathak) ने बताया कि, ग्लोबल इन्वेस्टर समिट से पहले जिस तरह जिले जिले में बड़ी संख्या में इन्वेस्टर समिट हो रही है, आज लखनऊ में निवेशकों ने निवेश की बात कही. लखनऊ में अब तक 56,000 करोड़ से ऊपर के निवेश को लेकर इंटेंट आ चुके हैं. फरवरी में पीएम मोदी के मार्गदर्शन में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट होगा. यूपी बदलता हुआ प्रदेश है, आर्थिक मोर्चे पर जल्द ही नंबर एक पर आएगा. 






डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा यूपी बड़ा मार्केट है, जहां 24 करोड़ से अधिक लोग रहते हैं. लोग यहां उद्योग लगाने के लिए इच्छा जाहिर करते थे तो सीएम योगी ने योजना बनाई. हाल ही में हमने 16 देशों का भ्रमण कर निवेशकों से मुलाकात की. 2017 के पहले यूपी के हालात किसी से छुपे नहीं हैं. यूपी खराब कानून व्यवस्था वाले राज्य के रूप में जाना जाता था और यहां बहू-बेटियों की इज्जत खतरे में थी, लेकिन 2017 के बाद तस्वीर बदली है. 2017 के पहले जब सत्र चलता था तो एक एक गाड़ी में 10-10 बंदूकधारी चलते थे, विधानसभा में घुसते थे. हमारी सरकार ने संगठित अपराध को खत्म किया. पुलिस तब भी वही थी जो आज है. सपा सरकार थी तो लोहिया वाहिनी के गुंडों ने हजरतगंज में CO को गाड़ी के बोनट पर सड़कों पर घुमाया था.


कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि लखनऊ और आसपास के करीब 1000 उद्यमी यहां इकट्ठे हुए, जो ग्लोबल इन्वेस्टर समिट होना है उससे पहले यह आयोजन लखनऊ में हुआ. उत्तर प्रदेश देश का ग्रोथ इंजन बनेगा.


लखनऊ के डीएम ने क्या कहा
लखनऊ के डीएम सूर्यपाल गंगवार ने बताया कि, सीएम योगी के आदेश से ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले सभी जिलों में एक लोकल इन्वेस्टर समिट के आदेश दिए गए थे. उसी कड़ी में आज लखनऊ में आयोजन किया गया. यहां चार सेक्टर में इन्वेस्टर्स के साथ वार्ता की गई. अब तक कुल 331 लोगों के प्रपोजल इंटेंट के रूप में आए हैं. 56 हजार करोड़ का इन्वेस्टमेंट प्रपोज हो रहा है. इसे अभी हम वेरीफाई करेंगे, फिर इसे एमओयू तक कन्वर्ट किया जाएगा और जमीनी हकीकत में तब्दील करने की कोशिश होगी. हाउसिंग सेक्टर में सबसे अधिक नंबर रहा, इसके अलावा एमएसएमई में अच्छा रुझान दिखा. हम ग्रामीण इलाके में भी प्रयास करेंगे. किसानों को भी छोटी इंडस्ट्रियल यूनिट लगाने के लिए प्रेरित करेंगे. अभी तहसील और ब्लॉक स्तर पर भी इस तरह का कार्यक्रम होगा.


कौन-कौन रहा मौजूद
आयोजन में केंद्रीय राज्य मंत्री व मोहनलालगंज के सांसद कौशल किशोर, लखनऊ के कई विधायक, एमएलसी, लखनऊ की सीडीओ रिया केजरीवाल समेत तमाम अधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान पीडब्ल्यूडी, आवास विकास, नगर निगम, पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड, स्वास्थ्य विभाग समेत कई विभागों के स्टाल भी लगाए गए जहां निवेशकों को संबंधित जरूरी जानकारी मिल सके. जिला प्रशासन और इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (आईआईए) लखनऊ चैप्टर के संयुक्त आयोजन में कुल 24 निवेशको से 329.2 करोड रूपये का निवेश प्रस्ताव आनलाइन व ऑफलाइन माध्यम से कृषि एवं सम्बन्धित क्षेत्रों में आया. 


इनमें उद्यान क्षेत्र में 238.1 करोड़, कृषि क्षेत्र में 47.00 करोड, डेयरी क्षेत्र मे 10 करोड़, मत्स्य क्षेत्र में 0.10 करोड़, खाद्य प्रसंस्करण में 14 करोड़, वेयरहाऊसिंग में 20 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए. इसके अलावा समिट में शालीमार कार्पोरेशन लिमिटेड ने 2032 करोड़, ओमैक्स लिमिटेड ने 1500 करोड़, अमरावती रेजिडेन्सी ने 1400 करोड़, रिसीता डेवेलपर्स प्राइवेट लिमिटेड ने 903 करोड़, सफायर इन्फ्रा वेन्चर प्राइवेट लिमिटेड ने 226 करोड, एरोलाय टेक्नोलााली लिमिटेड ने 300 करोड़ और लैबकैम पैथलैब ने 45 करोड़ के एमओयू किये.


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