UP News: चुनावी मौसम में राजनीतिक पार्टियां (Political Parties) अपना भविष्य संवारने के लिए दिन रात मेहनत कर रही हैं. वहीं दूसरी तरफ छात्र-छात्राओं के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है. असल में चुनाव को लेकर आईटीआई (ITI) अनुदेशकों की बीएलओ (BLO) ड्यूटी लगा दी गई है. इसके चलते वे क्लासेज नहीं ले पा रहे. सैंकड़ों छात्र-छात्राएं अपने से पर आईटीआई पहुंचते हैं और फिर वापस घर लौट जाते हैं. संस्थान ने जिला प्रशासन को चिट्ठी भेजकर कुछ लोगों को बीएलओ ड्यूटी से रिलीव करने का अनुरोध भी किया है.
लखनऊ (Lucknow) के अलीगंज स्थित सरकारी आईटीआई में कुल 56 अनुदेशक हैं जिनमें से 41 को बीएलओ ड्यूटी में लगा दिया गया है यानी कुल अनुदेशकों में से 75 फीसदी पढ़ाना छोड़ चुनावी ड्यूटी में व्यस्त हैं. ऐसे में इनके स्टूडेंट्स की पढ़ाई बेपटरी है. एबीपी गंगा की टीम जब यहां पहुंची तो कमरा नंबर 26 में स्टूडेंट्स अपनी किताबें खोले खुद पढ़ रहे थे लेकिन गुरुजी मौजूद नहीं थे. क्योंकि वो तो बीएलओ ड्यूटी में हैं. स्टूडेंट्स ने कहा कि सुबह 9 से शाम 5 बजे तक क्लासेज का समय है लेकिन आजकल गुरुजी सुबह कभी एक-डेढ़ घंटे पढ़ाकर चले जाते हैं तो कभी आते ही नहीं. संस्थान में लंच के आधा घंटा पहले ही स्टूडेंट्स अलग अलग जगह लंच करते दिखे. संस्थान में मौजूद टीचर्स ने बताया कि कई स्टूडेंट्स तो अब आ ही नहीं रहे या आकर कुछ देर में वापस लौट जाते हैं.
इन विषयों के छात्र हो रहे प्रभावित
इन आईटीआई में तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास की पढ़ाई होती है जिससे युवा आत्मनिर्भर हों, रोजगार पाना आसान हो. इसी साल से यहा ड्रोन टेक्नोलॉजी, 3डी प्रिंटिंग, ऑप्टिकल फाइबर से जुड़े शॉर्ट टर्म कोर्स भी शुरू किए गए हैं. संस्थान के एक टीचर ने बताया कि तीनों शार्ट टर्म कोर्स में रोज चार घंटे क्लास अनिवार्य हैं. इसमें ऑप्टिकल फाइबर 400 घंटे, ड्रोन टेक्नोलॉजी 390 घंटे और 3डी प्रिंटिंग 256 घंटे का कोर्स हैं. इस प्रशिक्षण में तैनात सात अनुदेशकों में सभी कि बीएलओ ड्यूटी लगा दी गई है.
ये भी पढ़ें -
Watch: आजम खान का विवादित बयान, बोले- 'बच्चा मां के पेट से पैदा होने से पहले पूछता है कि...'