Lucknow: पुलिस की गोली से पंचर जिप्सी में मुख्तार अंसारी को बचाकर लाया था महेंद्र, अब गोली मारकर हुई हत्या
Crime News: मौके पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में दिख रहा है कि बदमाशों और महेंद्र के बीच कुछ देर बातचीत हुई. इसके बाद बदमाशों ने महेंद्र पर ईंट से हमला किया और गोली मार दी.
Lucknow News: लखनऊ के कृष्णानगर में रविवार शाम मारा गया महेंद्र प्रताप, बाहुबली व माफिया डॉन मुख्तार अंसारी का करीबी था. 31 साल पहले गाजीपुर में पुलिस से मुठभेड़ के दौरान महेंद्र ही मुख्तार की जिप्सी चला रहा था. पुलिस की गोली से मुख्तार की जिप्सी का टायर पंचर हो गया था. महेंद्र पंचर जिप्सी में मुख्तार को वहां से लेकर निकल भागा था. पुलिस की जांच में इस सनसनीखेज खुलासे के बाद हत्याकांड के पीछे गैंगवार की भी आशंका जताते हुए छानबीन की जा रही है.
महेंद्र अभी मुख्तार के लिए काम कर रहा था या नहीं, इस बारे में पुलिस अधिकारी स्पष्ट रूप से कोई जानकारी नहीं दे पा रहे हैं. पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर का कहना है कि छानबीन की जा रही है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि 1990 में गाजीपुर में एसपी उदय शंकर जायसवाल ने मुख्तार की जिप्सी को घेर लिया था. पुलिस को देखकर मुख्तार के गुर्गों ने फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की. दोनों तरफ से कई गोलियां चलीं जिसमें मुख्तार की जिप्सी का एक टायर पंचर हो गया. पुलिस टीम ने मुख्तार की घेराबंदी कर ली. उसे दबोचने के लिए पुलिस टीम आगे बढ़ी तभी महेंद्र पंचर जिप्सी लेकर भाग खड़ा हुआ. काफी दूर तक वह पंचर जिप्सी चलाकर मुख्तार को पुलिस से बचाकर ले आया था. सूत्रों का कहना है कि इसके बाद से महेंद्र ने मुख्तार के खास लोगों में अपनी जगह बना ली.
कई साल पहले वह लखनऊ आ गया और एक ढाबा शुरू किया. हालांकि, ढाबा ज्यादा दिन नहीं चला. पुलिस सूत्र बताते हैं कि इसके बाद वह माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के रिश्तेदारों के लिए प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करने लगा. इसी बीच मुख्तार के खास साथियों पर विरोधियों की नजरें टेढ़ी हो गईं. इसी साल 6 जनवरी को मुख्तार के शार्प शूटर अजीत सिंह की राजधानी के विभूतिखंड इलाके में ताबड़तोड़ गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस को शक है कि महेंद्र की हत्या भी गैंगवार में ही की गई है.
मुख्तार का नाम लेकर ठेकेदार को देता था धमकियां
पुलिस की छानबीन में पता चला है कि महेंद्र माफिया डॉन मुख्तार अंसारी का नाम लेकर ठेकेदार असलम को अक्सर धमकियां देता था. मुख्तार के नाम पर उसने ठेकेदार समेत कई लोगों से रुपया भी वसूला था. हत्या के पीछे इस विवाद को भी वजह मानते हुए छानबीन की जा रही है.
बाइक सवार बदमाशों ने कनपटी पर गोली मारकर की थी हत्या
काकोरी के वसंतकुंज निवासी महेंद्र ठेकेदार असलम के लिए काम करता था. असलम ने विजयनगर इलाके में अनिल कुमार शुक्ला का मकान तुड़वाने का ठेका लिया था. महेंद्र रविवार को मकान तुड़वा रहा था तभी शाम करीब साढ़े 5 बजे बाइक सवार दो बदमाश वहां आए और उसकी कनपटी से पिस्टल सटाकर गोली मार दी. वारदात के बाद बदमाश असलहा लहराते हुए मौके से भाग गए. मौके पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में दिख रहा है कि बदमाशों और महेंद्र के बीच कुछ देर बातचीत हुई. इसके बाद बदमाशों ने महेंद्र पर ईंट से हमला किया. मारपीट होते देख वहां काम कर रहे मजदूर भाग गए. इसी दौरान बदमाशों ने महेंद्र को गोली मार दी.
कई महिलाओं से थे महेंद्र के संबंध
पुलिस के मुताबिक महेंद्र के संबंध कई महिलाओं से थे. उसका अपनी पत्नी से कुछ साल से विवाद चल रहा था और वह बच्चों को लेकर अलग रह रही थी. महेंद्र ने दूसरी शादी कर ली थी. इसके अलावा एक और युवती के साथ वह रहता था. पुलिस हत्या के पीछे इस बिंदु पर भी पड़ताल कर रही है.
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