UP Medical College Teachers: मेडिकल कॉलेज (Medical College) और संस्थानों के चिकित्सा शिक्षक अब 70 साल की उम्र तक काम कर सकेंगे. कैबिनेट बाई सर्कुलेशन ने इससे संबंधित प्रस्ताव पारित कर दिया है. इस दौरान चिकित्सा शिक्षकों (Medical Teachers) को तयशुदा मानदेय दिया जाएगा. कोरोना महामारी (Coronavirus) के दौरान चिकित्सा शिक्षकों की भारी कमी महसूस की गई थी. अनुभवी चिकित्सकों की संख्या कम होने से भी तमाम समस्याएं सामने आई थीं.
65 साल की उम्र पूरी होने के बाद होगी पुनर्नियुक्ति
चिकित्सकों की कमी को दूर करने के लिए प्रदेश सरकार (UP Government) ने चिकित्सा शिक्षकों को 70 साल की उम्र तक काम कराने का प्रस्ताव तैयार किया था. प्रस्ताव के तहत 65 साल की उम्र पूरी होने के बाद चिकित्सा शिक्षकों की पुनर्नियुक्ति की जाएगी. पुनर्नियुक्ति की शर्तों के अनुसार मेडिकल शिक्षक के अंतिम वेतन में से पेंशन घटाते हुए मानदेय दिया जाएगा.
यहां लागू होगी व्यवस्था
ये व्यवस्था राजकीय, स्वशासी मेडिकल कॉलेजों, लखनऊ के केजीएमयू और लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, सैफई के यूपी आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, गोरखपुर, प्रयागराज, कानपुर, झांसी, आगरा में कार्यरत चिकित्सा शिक्षकों पर लागू होगी. राजकीय, स्वशासी मेडिकल कॉलेजों में जैसे आजमगढ़, अंबेडकरनगर, सहारनपुर, बांदा, कन्नौज, जालौन, बदायूं और सभी स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालयों में पुनर्नियुक्ति पर 2.20 लाख रुपये प्रतिमाह मानदेय मिलेगा.
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