Lucknow News: राजधानी लखनऊ में भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों ने बैठक कर नई सफाई व्यवस्था के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. इन सभी पार्षदों ने रामकी कंपनी को सड़कों की सफाई का काम न देने की मांग उठाई है. नगर निगम मुख्यालय पर इन पार्षदों ने बैठक करने के बाद अपनी मांगों का पत्र महापौर ,नगर आयुक्त और पार्टी को भेजा है. लखनऊ नगर निगम में कुल 110 पार्षद है जिसमें से 80 पार्षद भारतीय जनता पार्टी के हैं, वहीं 12 सदस्यीय कार्यकारिणी में भी 10 सदस्य भाजपा के हैं और लखनऊ में मेयर भी भाजपा की हैं.
28 फरवरी को हुए विवाद के बाद इस कंपनी को सिर्फ डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का काम दिया गया था और पार्षदों के विरोध के कारण सड़कों की सफाई का काम इसको नहीं दिया गया था . अब फिर से इस कंपनी को सड़कों की सफाई का काम देने की तैयारी चल रही है तो पार्षदों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है. पार्षदों का आरोप है कि यह कंपनी अभी डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का काम ही पूरी तरीके से नहीं कर पा रही है तो इसे सड़क सफाई का काम क्यों दिया जा रहा है. कंपनी 7 मीटर से चौड़ी सड़क की सफाई का काम नहीं करेगी, वही दो दिन में एक बार ही सड़कों की सफाई का काम होगा.
बैठक में मेयर को नहीं बुलाया गया
लखनऊ नगर निगम मुख्यालय पर हुई बैठक की की जानकारी पार्षदों ने ना तो मेयर को दी थी और ना नगर आयुक्त को दी थी. वहीं मेयर के करीबी माने जाने वाले पार्षदों को मीटिंग में नहीं बुलाया गया था. इसके अलावा 12 पार्षद कहीं बाहर होने के कारण बैठक में नहीं पहुंचे थे. इस बैठक के बाद मेयर ने कहा कि पार्षदों की बैठक की जानकारी उन्हें मिली है और पार्षदों का ज्ञापन भी आया है. इसमें चार बिंदुओं पर पार्षदों ने ज्ञापन दिया है. जिसका नगर आयुक्त से लिखित जवाब लिया जाएगा. जिस कंपनी के सफाई नहीं करने की बात कही गई है उस बाबत भी नगर आयुक्त से वह बात करेंगी.
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