Lucknow News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मड़ियांव के मोहीबुल्लापुर आरजू नगर में किराए के मकान में रह रहे 21 साल के रोहित ने अपनी जीवन लीला यह लिखते हुए समाप्त कर ली की, " ना ही उसे प्यार में सक्सेस मिल रही है , ना ही उसे नौकरी मिल रही है" . रोहित काफी समय से नौकरी की तैयारी कर रहा था और कई बार इंटरव्यू भी दे चुका था पर उसे कामयाबी नहीं मिल रही थी. पुलिस के मुताबिक प्रथम दृष्टया अवसाद के चलते उसने अपनी जान दी है.
सीतापुर के नैमिषारण्य के निजामपुर दीघा गांव का रहने वाला रोहित पिछले कुछ महीने से लखनऊ में रहकर अपनी पढ़ाई कर रहा था. रोहित ने कुछ बार इंटरव्यू भी दिए हैं पर उसे कामयाबी नहीं मिली. रोहित के पिता चंद्रभान ने पुलिस को बताया कि उनकी 26 को आखिरी बार अपने बेटे से बात हुई थी पर तब बातचीत में ऐसा नहीं लगा था कि वह ऐसा कोई कदम उठा लेगा.
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कमरा बंद था और...
लखनऊ में जिस आशा देवी के मकान में रोहित किराए पर रहता था, बुधवार की सुबह जब उन्होंने महसूस किया कि रोहित के कमरे से किसी तरीके की दुर्गंध आ रही है, तो वो ऊपर पहुंची. जहां कमरा बंद था, जिसपर उन्होंने खिड़की से झांककर देखा तो पता चला कि रोहित का शव पंखे से लटका हुआ है. इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी और पुलिस में आकर दरवाजा तोड़ा फिर उसे नीचे उतारा गया. पुलिस ने फिर परिजनों को खबर दी . पुलिस के अनुसार शव दो से तीन दिन पुराना हो चुका है. जिस वक्त रोहित ने खुद को फांसी लगाई उस वक्त उसने टाई बेल्ट और जूता पहन रखा था. ऐसे में ऐसा प्रतीत होता है कि वह कहीं से इंटरव्यू देकर लौटा था.
पुलिस के मुताबिक रोहित के कमरे में आधे पन्ने का सुसाइड नोट लिखा मिला है. जिसमें लिखा है कि " ना प्यार में सक्सेस मिली, न हीं नौकरी मिल रही है" . पुलिस के अनुसार यह इस बात को इशारा कर रहा है कि बेरोजगारी और प्रेम संबंध को लेकर रोहित ने संभवतः अपनी जान दी है.