Lucknow News: लखनऊ में गांधी जयंती (Gandhi Jayanti)के मौके पर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) भी गांधी आश्रम पहुंचे जहां उन्होंने  चरखा भी चलाया. इस मौके पर अखिलेश यादव ने कहा कि खादी और ग्रामोद्योग को जब तक बढ़ावा नहीं दिया जाएगा तब तक अर्थव्यवस्था को बेहतर नहीं कर पाएंगे. अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि जब से उन्होंने खादी पहनी है तब से लेकर अब तक गांधी आश्रम की खादी के अलावा कोई दूसरा कपड़ा भी नहीं पहना है. वहीं अखिलेश यादव ने कहा कि सदन के भीतर उनकी पार्टी आवाज उठाएगी कि जिस तरीके से खादी वस्त्रों पर उनकी सरकार में छूट मिलती थी उतनी यह सरकार भी दे.


 'सरकार को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए'- अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने कानपुर की घटना पर कहा कि कई घटनाएं सामने आई हैं उन्होंने लोगों से अपील की कि जब ट्रैक्टर से चले तो रफ्तार पर नियंत्रण जरूर रखें. उनका कहना है कि कानपुर में जो हादसा हुआ वहां सड़क संकरी थी गड्ढे भी थे, इस वजह से ट्रॉली पलट गई. सरकार को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए और पीड़ितों की मदद करनी चाहिए. अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने 50 लाख की मदद की मांग सरकार से की है. वहीं 5G की लॉन्चिंग पर भी सरकार पर तंज किया. कहा की हजरतगंज में उनकी सरकार में 4G लांच किया गया था और सब को वाईफाई मुफ्त मिलता था, 5G कितने लोगों को मिलेगा. वही अखिलेश यादव ने कहा कि दुनिया में अगर एक आदमी नंबर दो पर आ जाए तो उससे गरीबों का कोई भला नहीं होने वाला.


PWD विभाग पर साधा  निशाना
सड़कों पर हो रहे हादसों को लेकर अखिलेश यादव ने पीडब्ल्यूडी विभाग पर निशाना साधते हुए कहा कि जब ट्रांसफर पोस्टिंग में पैसा ले लिया जाए तो एचडी कोई ट्रांसफर करना पड़े तो गड्ढों को कौन भरेगा..पूरे प्रदेश की सड़कें ध्वस्त हो चुकी है, भ्रष्टाचार भी चरम सीमा पर है. वहीं 10 से 12 फरवरी तक होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट पर अखिलेश यादव ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि जितने भी रोड शो होंगे विदेश में उसमें मुख्यमंत्री भी जाएंगे. कम से कम उनकी आंखें खुलेगी कि विदेशों में अस्पताल कैसे हैं, सड़क कैसी है,पेड़ पौधे कैसे लगे हैं. ऐसा ना करें कि अपने डिप्टी सीएम को ही भेज दें.और अगर ज्यादा से ज्यादा इन्वेस्टमेंट लाने जाना है तो अपने दोनों डिप्टी सीएम को भी साथ ले जाएं. वहीं अखिलेश यादव ने गांव में रह रहे लोगों से अपील की कि जब कहीं भी उन्हें जाना हो तो सुरक्षित सफर करें रफ्तार पर कंट्रोल रखें, क्योंकि ग्रामीण इलाकों में आवागमन के लिए लोग ट्रैक्टर का ही इस्तेमाल करते हैं.


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