Lucknow News: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के संगठन में बड़े बदलाव की तैयारी है. संगठन विस्तार के जरिए समाजवादी पार्टी 2024 को लेकर अपनी बिसात बिछाने में जुटी है और इस बार संगठन विस्तार में शिवपाल यादव कि न केवल अहम भूमिका होगी बल्कि संगठन में कभी जिन्होंने शिवपाल यादव के साथ काम किया था वह भी टीम अखिलेश का हिस्सा बन सकते हैं.


बीते साल सितंबर महीने में जब अंबेडकर मैदान में समाजवादी पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक हुई, तब वहां नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा की गई और फिर यह लगने लगा कि जल्दी समाजवादी पार्टी का पूरा संगठन बनकर तैयार हो जाएगा लेकिन इसके बाद नेताजी के निधन और कई अन्य वजहों से संगठन का विस्तार नहीं हो पाया. हाल ही में अखिलेश यादव ने साफ संकेत दिए थे कि जब शुभ दिन आएंगे तब संगठन का विस्तार होगा. 


अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव से की मुलाकात 
मकर संक्रांति का पर्व बीत चुका है और अच्छे दिन भी शुरू हो चुके हैं. ऐसे में शिवपाल यादव से अखिलेश यादव की 1 घंटे तक चली मुलाकात इस बात के साफ संकेत दे रहे हैं कि जल्द संगठन विस्तार की रूपरेखा तय हो जाएगी हालांकि शिवपाल यादव को भी बड़ी भूमिका मिलने की बात लगातार की जा रही है. इस बार शिवपाल यादव के पद से ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि शिवपाल यादव की सलाह के अनुसार संगठन में बदलाव और उसका विस्तार किया जा सकता है. 


माना जा रहा है कि शिवपाल यादव को अखिलेश यादव ने यही जिम्मेदारी सौंपी है कि वह कभी मुलायम वादी रहे और समाजवादी विचारधारा के पुराने नेताओं को अपने साथ जोड़ें। हाल ही में शिवपाल यादव बाराबंकी के एक कार्यक्रम में गए तो भी पार्टी के पुराने ही नेता के घर पहुंचे. शिवपाल यादव संगठन के पुराने रणनीतिकार हैं उन्हें पता है कि पार्टी में किस नेता की क्या ताकत है और उसकी ताकत का कहां कैसे इस्तेमाल करना है. शायद यही वजह है कि खुद अखिलेश यादव, शिवपाल यादव के घर पहुंचे और संगठन विस्तार से पहले उनके साथ चर्चा की.


माना जा रहा है कि मुलायम सिंह यादव के समय कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाले पुराने नेताओं को इस बार टीम अखिलेश में जगह मिल सकती है. इसकी झलक हाल ही में जब शिक्षक स्नातक चुनाव के लिए 39 जिलों के प्रभारियों के नाम की घोषणा हुई तो पार्टी के खाटी नेताओं अम्बिका चौधरी, रामगोविंद चौधरी राममूर्ति वर्मा भगेलूराम, दुर्गा यादव, आसरे विश्वकर्मा, चंद्रशेखर यादव, राम प्रसाद चौधरी माता प्रसाद पांडे को अलग-अलग जिलों का प्रभारी बनाया गया. टीम अखिलेश का हिस्सा रहे जवानी कुर्बान गैंग के ज्यादातर सदस्यों को इस चुनाव में कोई खास जिम्मेदारी नहीं दी गई.


इससे साफ है कि इस बार संगठन में जो बदलाव होगा वह शिवपाल यादव की सलाह पर भी उसका स्वरूप निर्भर करेगा, लेकिन यह भी काफी महत्वपूर्ण है कि संगठन में चाचा शिवपाल की क्या जिम्मेदारी होगी. क्या उन्हें राष्ट्रीय टीम में भेजा जाएगा या फिर वह प्रदेश में रहकर ही संगठन और पार्टी को और मजबूत करेंगे, हालांकि कुछ दिन पहले शिवपाल यादव ने यह साफ कर दिया था कि अब उनके लिए समाजवादी पार्टी में पद मायने नहीं रखता है. 


बीजेपी साफ तौर पर कह रही है कि इससे उसकी 2024 की तैयारियों पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला. जाहिर है समाजवादी पार्टी का जो संगठन विस्तार होगा वह 2024 के मद्देनजर काफी अहम होगा और इसमें लोकसभा चुनाव की झलक भी साफ देखने को मिलेगी. इसके अलावा शिवपाल फैक्टर भी इस नई टीम में जरूर दिखाई देगा. 


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