Lucknow News: 'इस सड़क पर गड्ढा नहीं हैं...' अब अधिकारियों को देना होगा सर्टिफिकेट, यूट्यूब पर डालना होगा वीडियो
Lucknow News: शासन को कई ऐसी शिकायतें मिल रही थी कि सड़कों को गड्ढामुक्त किए जाने के नाम पर सिर्फ कागजी कार्रवाई की जाती है. जबकि सड़कों पर गड्ढे जस के तस बने रहते हैं.
Lucknow News: शहरी क्षेत्रों में बारिश के बाद गड्ढों के भरे जाने के काम पर अधिकारियों की लापरवाही नहीं चलेगी. सड़कें गड्डामुक्त हुई या नहीं इसके लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी. यही नहीं निकाय क्षेत्र के अधिकारियों को इसके लिए अब अपने हस्ताक्षर के साथ प्रमाण पत्र जारी करना होगा कि उक्त सड़क गड्ढामुक्त हो चुकी है. इस प्रमाण पत्र नगर निकास विभाग की वेबसाइट और यूट्यूब पर अपलोड किया जाएगा. ताकि अगर सड़कों पर गड्ढे पाए जाते हैं तो संबधित अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जा सके.
पिछले काफी समय से सीएम योगी आदित्यनाथ को इस तरह की शिकायतें मिल रही थी कि सड़कों को गड्ढामुक्त किए जाने के नाम पर सिर्फ कागजी कार्रवाई की जाती है. सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति की जाती है और अधिकारी बिना सड़कों की जांच किए ही शासन को रिपोर्ट भेज देते है, जबकि सड़कों पर जस के तस गड्ढे रहते हैं, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना भी बनी रहती है. पिछले दिनों हुई समीक्षा बैठक में ये मामला उठा था, जिसके बाद सीएम ने इस पूरी व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के निर्देश दिए थे.
अधिकारियों को जारी करना होगा प्रमाण पत्र
बारिश में अक्सर सड़कें टूट जाती हैं उनमें गड्ढे पड़ जाते हैं ऐसे में बारिश के बाद सड़कों की मरम्मत का काम किया जाता है. इस बार शासन की ओर से सड़कों को गड्ढामुक्त किए जाने की रिपोर्ट को लेकर कई बदलाव किए हैं. निर्देशों के मुताबिक अब निकाय के अधिकारियों को इस बात का प्रमाण पत्र जारी करना होगा कि सड़क गड्ढामुक्त हो चुकी है. इस प्रमाण पत्र पर उनके हस्ताक्षर भी होंगे. इस प्रमाण पत्र को निकाय की वेबसाइट और यूट्यूब पर अपलोड करना होगा. इसके साथ ही सभी नगर आयुक्तों और अधिशासी अधिकारियों को भी पूरी कार्रवाई पर निगरानी के निर्देश दिए गए हैं.
अधिकारी खुद करेंगे स्थलीय निरीक्षण
शासन के निर्देशों के मुताबिक बारिश के बाद जब सड़कों को गड्ढामुक्त बनाने का अभियान शुरू होगा तो उसके बाद अधिकारियों के कमेटी इस स्थलीय निरीक्षण करेगी. सबूत के तौर पर इसका वीडियो यूट्यूब पर अपलोड होगा. अधिकारी जो प्रमाण पत्र जारी करेंगे उसमें सड़क से संबंधित पूरा ब्योरा होगा, जिसमें नगर आयुक्त या अधिशासी अधिकारी को बताना होगा कि उनके क्षेत्र में कितनी सड़कें हैं, उनकी लंबाई क्या है. सड़कों पर कितना पैच वर्क किया गया है और किस तारीख पर काम खत्म हुआ है.
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