Lucknow News: अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के शूद्र वाले बयान पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा है कि अगर वह मंदिर जा रहे हैं तो यह बीजेपी की वैचारिक जीत है, जिस तरह से अखिलेश यादव ने आरोप लगाए हैं उसे उन्होंने ड्रामा करार दिया है. अखिलेश यादव के बीजेपी पर लगाए आरोपों पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि मैं भी और पूरा उत्तर प्रदेश और देश अखिलेश यादव को अखिलेश यादव ही समझता है और उत्तर प्रदेश का पूर्व मुख्यमंत्री समझता हैं, जो विरोध हुआ है उसकी जानकारी नहीं है. 


उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि 2014 के बाद चाहे सपा हो, कांग्रेस हो या बीजेपी विरोधी जो भी ऐसी पार्टियां हैं, 2014 के पहले किसी मंदिर में दर्शन करते हुए, किसी कुंभ में स्नान करते हुए, किसी यज्ञ में आहुति करते हुए इनकी फोटो खोजिए तो फोटो नहीं मिलेगी. यह इनकी राजनीतिक मजबूरी है, इन्होंने शुद्ध रूप से मुस्लिम तुष्टीकरण करके प्रदेश का माहौल खराब करने का काम किया. 


अखिलेश यादव पर जमकर किया वार
अखिलेश यादव के माध्यम से यूपी का माहौल खराब करने की असफल कोशिश की गई है. केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अखिलेश यादव अपने नेताओं से उल्टे सीधे बयान दिलवाते हैं, जो लोगों की भावनाओं को आहत करने वाले होते हैं. समय बदल गया है, अभी 25 साल तक उनकी कुंडली में समय बदलने का योग नहीं है. 


उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि यह बयान स्वामी प्रसाद मौर्य का नहीं है, यह बयान अखिलेश यादव का है जिन्होंने सदैव से राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण का विरोध किया. शिव भक्तों पर लाठी चलाने काम किया, दंगे करवाने काम किया, गुंडे माफियाओं को संरक्षण देने का काम किया है.हम तो कहते हैं कि अखिलेश यादव रोज मंदिर जाएं, 10 मंदिरों के पुजारी बन जाए और रोजाना यज्ञ अनुष्ठान कराएं. यह तो भारतीय जनता पार्टी की वैचारिक विजय है और यह उनकी 2014 के बाद राजनीतिक मजबूरी है, वरना रोजा इफ्तार पार्टी के अलावा करते क्या थे.


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