Lucknow News: लखनऊ (Lucknow) के चिनहट से पडरौना जाने के लिए किराए पर वाहन बुक कर रास्ते में लूटने वाले दो बदमाशों को बस्ती की हर्रैया और एसओजी टीम ने मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया. इनके कब्जे से लूटी गई कार, असलहा और मोबाइल बरामद किया गया है. एएसपी दीपेन्द्र नाथ चौधरी ने मामले का खुलासा करते हुए कहा कि 29 अक्टूबर की रात ज्ञानेश सिंह निवासी मोहनपुर ने हर्रैया थाने पर सूचना दी थी कि उनकी कार को लखनऊ से दो लोगों ने पडरौना जाने के लिए बुक कराया था. हर्रैया पहुंचने पर उन लोगों ने बभनान रोड पर खड़े अपने मौसा को भी साथ लेने का बहाना बनाकर कार मोड़ने को कहा. बभनान रोड पर लगभग चार किलोमीटर जाने पर गाड़ी छीनकर दोनों फरार हो गए थे. इसके बाद कार चालक पैदल थाने पहुंचा. पुलिस ने चोरी और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया.
क्या है पूरा मामला?
एएसपी ने बताया कि गुरुवार तड़के प्रभारी निरीक्षक हर्रैया शैलेश कुमार सिंह और प्रभारी एसओजी रोहित कुमार उपाध्याय की टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि कार लूटने वाले वाहन समेत रामजानकी मार्ग होते हुए विशेषरगंज से बेलाड़े शुक्ल हाइवे की तरफ आने वाले हैं. दोनों टीमों ने बेलाड़े मोड़ के पास कार को घेरने का प्रयास किया तो उसमें मौजूद दोनों बदमाश कार से उतरकर भागने लगे. पुलिस टीम ने उन्हें दौड़कर पकड़ने का प्रयास किया तो उनमें से एक व्यक्ति ने पुलिस टीम पर तमंचे से फायर झोंक दिया. पुलिसकर्मी बाल-बाल बचे. पुलिस ने घेराबंदी कर दोनों को पकड़ लिया. पूछताछ में फायर करने वाले की पहचान प्रतीक मौर्य के रूप में हुई. टीम ने मौके से लूटी गई कार के साथ ही आरोपी अंबेडकरनगर जिले के कोतवाली अकबरपुर क्षेत्र के कटरिया याकूबपुर निवासी प्रतीक मौर्या और जोलहिया निवासी रामू को गिरफ्तार कर लिया. उनके खिलाफ पुलिस टीम पर जानलेवा हमले और आर्म्स एक्ट के तहत एक और मुकदमा कायम किया गया है.
पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार
एएसपी के अनुसार दोनों आरोपितों ने पुलिस को बताया कि वह लोग धोखे से किराए का वाहन बुक कराकर राष्ट्रीय राजमार्ग से दूरस्थ स्थान पर ले जाकर डरा धमकाकर वाहन और अन्य समान लूट लेते हैं. चालक को धक्का देकर गिरने के बाद कार स्टार्ट कर फरार हो जाते हैं. इनका आपराधिक इतिहास पुलिस खंगाल रही है. वारदात के खुलासे में सीसीटीवी फुटेज और लोकेशन मददगार बनी. हर्रैया में कार लूटने के दौरान वाहन मालिक ज्ञानेश का फोन गाड़ी में ही छूट गया था और वे पैदल ही हर्रैया थाने पहुंचे थे. हर्रैया पुलिस ने कार में छूटे मोबाइल के लोकेशन के सहारे टांडा रोड पर बदमाशों की तलाश शुरू की थी. विक्रमजोत ढाबे पर रुकने के दौरान सीसीटीवी फुटेज को देखा तो दोनों बदमाश दिखाई भी दिए थे.
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