Stray Dogs Attacked Girl: लखनऊ में आवारा कुत्तों के झुंड ने एक युवती पर उस समय हमला कर घायल कर दिया जब वह कॉलेज जा रही थी. पीड़ित शिवांशी सिंह को पड़ोसियों ने बचाया और एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से इलाज के बाद उसे छुट्टी दे दी गई. उत्तर प्रदेश की राजधानी में एक महीने के भीतर आवारा कुत्तों का यह चौथा और स्वप्नलोक कॉलोनी में 10 दिन में तीसरा हमला है.
कॉलेज जा रही थी युवती, कुत्तों ने कर दिया हमला
पीड़िता ने कहा, "मैं कॉलेज के लिए अपने घर से निकली और कुछ दूर चलने के बाद एक दर्जन से अधिक कुत्तों का एक झुंड मुझ पर भौंकने लगा. डर के मारे मैंने भागने की कोशिश की, लेकिन मैं जमीन पर गिर गई. कुत्तों में से एक ने मेरे हाथ के बाएं हिस्से को काट लिया. मेरे चिल्लाने की आवाज सुनकर पड़ोसी आए और कुत्तों को भगाया. मैं परीक्षा देने के लिए कॉलेज नहीं जा पाई."
चार कुत्तों को नसबंदी के लिए उठाया गया है: मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी
दो दिन पहले एक पांच साल के बच्चे को भी आवारा कुत्ते ने काट लिया था. लखनऊ नगर निगम के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी अभिनव वर्मा ने कहा, "शिकायत मिलने के बाद मैंने अपनी टीम को कुत्तों को पकड़ने का निर्देश दिया और लगभग चार कुत्तों को नसबंदी के लिए उठाया गया है."
आवारा कुत्तों की लगभग 50 प्रतिशत आबादी की नसबंदी की जानी बाकी: रिपोर्ट्स
पूर्व में जारी की गई रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आवारा कुत्तों की लगभग 50 प्रतिशत आबादी की नसबंदी की जानी बाकी है. ऐसे में लखनऊ को कुत्तों के हमलों के खतरे से छुटकारा पाने में कुछ और साल लग सकते हैं. लखनऊ नगर निगम (एलसीएम) द्वारा किए गए एक सर्वे के अनुसार, शहर में अनुमानित 95 हजार आवारा कुत्ते हैं. साल 2017 के बाद से शहर में एनिमल बर्थ कंट्रोल कार्यक्रम के रोल आउट के बाद कुल 48 हजार कुत्तों की नसबंदी की गई है, जिसका मतलब है कि अभी 50 प्रतिशत और कुत्तों की नसबंदी की जानी बाकी है. अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी दी.