Lucknow News: सत्ताधारी दल के कार्यालय या मंत्रियों के आवास के पास तो मांगों को लेकर धरने प्रदर्शन आये दिन देखने को मिलते हैं. लेकिन जो दल खुद चुनावी मैदान में अपनी जमीन वापस जुटाने की कवायद में जद्दोजहद कर रहा हो अगर उसके कार्यालय पर मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन हो तो ताज्जुब लगता है. लेकिन राजधानी लखनऊ में कांग्रेस कार्यालय के बाहर इन दिनों ऐसा ही नजारा देखने को मिल रहा है.


कांग्रेस महासचिव व प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा उत्तर प्रदेश में मिशन 2022 का किला फतेह करने के लिए लगातार सरकार पर निशाना साध रही हैं. जिन मुद्दों को लेकर वो सरकार पर हमलावर हैं उनमें से एक है रोजगार. बात चाहे शिक्षक भर्ती की हो या रेलवे से जुड़ी भर्तियों की वो कभी अपने भाषण तो कभी ट्वीट से निशाना साधती हैं. लेकिन दूसरी तरफ कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान से तमाम बेरोजगार कई दिनों से लखनऊ में देर डाले हैं. लगातार 6 दिन से ये लोग रोज़गार की मांग लेकर कांग्रेस प्रदेश कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे हैं. इस उम्मीद में की शायद किसी दिन प्रियंका गांधी यहां आएं और उनकी फरियाद सुन राजस्थान में उनकी समस्या का समाधान कराएं.


राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है. लेकिन जब वहां के लोगों की मांग उनके अपने प्रदेश में पूरी नही हुई तो उत्तर प्रदेश पहुंच गए. राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के बैनर तले पिछले 6 दिन से सैकड़ों युवा धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. इनमे तमाम महिलाएं तो अपने बच्चों के साथ धरने पर बैठी हैं. धरने पर बैठे उपेन यादव ने कहा कि कांग्रेस ने वादा किया था कि छत्तीसगढ़ में सरकार बनने पर उनकी मांगे पूरी होंगी. रोज़गार का वादा किया था. लेकिन सरकार बनने के बाद वादे पूरे नही हुए. इसे लेकर दिल्ली में भी धरना प्रदर्शन किया. इसी साल 18 जुलाई को लखनऊ में प्रियंका गांधी से मिले तो समस्याओं के निस्तारण का आश्वासन मिला. लेकिन आज तक पूरा नही हुआ. राजस्थान से आई कमला ने बताया कि वो नर्सिंग भर्ती की मांग के लिए आये हैं. कमल ने कहा कि प्रियंका कहती हैं 'लड़की हूं लड़ सकती हूं' तो हम भी लड़की हैं. धरने में बैठे सतीश ने बताया कि उनकी 2012 की शिक्षक भर्ती है. तब भी कांग्रेस थी और अब भी कांग्रेस है. राजस्थान से आई विनोद कुमारी ने बताया कि राजस्थान में तमाम मंत्री और विधायकों से मिले. जब सुनवाई नहीं हुई तो यहां आए. विनोद कुमारी ने कहा कि आज यहां बैठे हैं तो उन्हें भाजपा का एजेंट बताया जा रहा.


धरने पर बैठे लोगों की 15 मांगे हैं जिनमे कुछ प्रमुख ये हैं


- नर्सिंग भर्ती 2013 में हाइकोर्ट में अभ्यर्थियों के पक्ष में जवाब देकर नियुक्ति पूरी हो
- स्कूल व्याख्याता भर्ती 2018 में काम किये गए 689 पद जोड़कर सूची जारी हो
- रीट शिक्षक भर्ती 2021 में 5 हज़ार पदों पर विशेष शिक्षकों की नियुक्ति और पदों की संख्या 31 हज़ार से बढ़कर 50 हज़ार
- शिक्षक भर्ती 2012 मामले में सुप्रीम कोर्ट में में याचिकाकर्ताओं के पक्ष में प्रार्थना पत्र
- रीट शिक्षक भर्ती 2018 जल्द पूरी हो, प्रयोगशाला सहायक भर्ती 2018 की चयन सूची जल्द जारी हो
- पंचायती राज एलडीसी भर्ती 2013 का नियुक्ति प्रक्रिया का कैलेंडर जल्द जारी हो
- बाहरी राज्यों का कोटा कम कर प्रदेश के बेरोजगारों को प्राथमिकता दी जाए


वहीं इस मामले पर कांग्रेस की प्रवक्ता शुचि विश्वास का कहना है कि रोजगार की समस्या देशव्यापी है. इन धरनारत लोगों के लिए प्रियंका गांधी के निर्देश पर गद्दे, टेंट, भोजन पानी की व्यवस्था की है. सभी कांग्रेस शासित राज्यों में रोज़गार की व्यवस्था की जा रही. लेकिन ये भाजपा का प्रोपेगंडा हो सकता की एक पहलू दिखाया जा रहा. लेकिन हम इनके लिए व्यवस्था कर रहे. इनकी समस्या का समाधान होगा नैतिक व विधिवत तरीके से. मामला संज्ञान में लिया गया है.


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