Lucknow News: बड़े शहरों में अक्सर गाड़ियों की पार्क करने की समस्या रहती है. अक्सर लोग सड़क पर ही गाड़ी पार्क कर चले जाते है, जिससे लोगों को आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है और सड़क पर जाम की स्थिति बन जाती है. लेकिन यूपी सरकार अब इसके लिए ठोस कदम उठाने जा रही है. आने वाले दिनों में अगर आप नो-पार्किंग जोन में गाड़ी पार्क कर चले जाते है तो गाड़ी को उठा लिया जाएगा. साथ ही जुर्माना वसूलने के बाद ही उसे छोड़ा जाएगा.


बता दें कि राजधानी लखनऊ में यह कार्रवाई यातायात पुलिस कर रही थी लेकिन पिछले छह महीने से यह बंद है.अब यह कार्रवाई करने की जिम्मेदारी नगर-निगम करेगा. नगर-निगम इसकी जिम्मेदारी निजी कंपनी को देने की तैयारी में है.इसके लिए टेंडर प्रक्रिया एक महीने के अंदर पूरी कर ली जाएगी. मिली जानकारी के अनुसार नगर-निगम यह कार्रवाई दिसंबर के महीने से शुरू कर सकता है.


पहले किस तरह की थी व्यवस्था?
पहले जो वाहनों से वसूली की जाती थी उसमें ठेकेदार और यातायात पुलिस को पैसे मिलते थे.यदि किसी चार पहिया वाहन से यातायात पुलिस जुर्माने के तौर पर 1500 रुपये वसूलती है तो वह 1000 ठेकेदार और 500 रुपये अपने पास रखती थी. इसी तरह दो पहियों वाहनों की वसूली में यदि 800 रुपये मिलते थे तो 500 रुपये यातायात पुलिस और 300 रुपये ठेकेदार को मिलते थे. इसके साथ ही ठेकदार नगर निगम की क्रेनो का प्रति क्रेन 50 हजार रुपये महीना और अपनी क्रेनों का प्रति क्रेन 30 हजार रुपये महीना देता था.


इन जगहों पर कर सकते है पार्किंग
लखनऊ में पार्किंग के लिए कई पार्किंग स्थल बनाए गए है, जिनमें लालबाग झंडी पार्क भूमिगत पार्किंग , लालबाग दयानिधान पार्क भूमिगत पार्किंग, हजरतगंज मल्टीलेवल पार्किंग, अमीनाबाद भूमिगत पार्किंग , आलमबाग चंदरनगर भूमिगत पार्किंग, भूतनाथ भूमिगत पार्किंग, नादान महल रोड भूमिगत पार्किंग, सरोजनी नायडू पार्क भूमिगत पार्किंग, ज्योतिबाफुले मल्टीलेवल पार्किंग, चौक गोल मार्केट महानगर चंद्रशेखर आजाद पार्क पार्किंग के नाम शामिल है.


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