आगरा, नितिन उपाध्याय: आगरा में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है, यहां दिन प्रतिदिन नए केस सामने आ रहे हैं. ताजनगरी में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा अब 750 को पार कर चुका है. ऐसे में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पर सवाल उठने लगे हैं. शहर में संक्रमण को फैलने से रोकने में कहीं न कहीं प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग फेल साबित हुआ है. इसकी गाज भी सीएमओ डॉक्टर मुकेश कुमार वत्स और एडी हेल्थ डॉक्टर मित्तल को झेलनी पड़ी, उन्हें पद से हटा दिया गया. अब उनकी जगह डॉक्टर आरसी पांडे को आगरा का नया मुख्य चिकित्सा अधिकारी बनाया गया है.  वहीं, डॉक्टर अविनाश सिंह एडी हेल्थ नियुक्त किए गए हैं.


आगरा में बढ़ते आंकड़ों को लेकर शासन गंभीर हुआ है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की टीम-11 में शामिल पांच सदस्यों को आगरा भेजा गया है. मुख्यमंत्री के दूत सोमवार सुबह 9:00 बजे स्पेशल विमान से आगरा एयरपोर्ट पहुंचे. वहां, पहुंचते ही सुबह 10:00 बजे सर्किट हाउस में मुख्यमंत्री के दूत के साथ में जिला प्रशासन आगरा और स्वास्थ्य विभाग की बैठक हुई.


बैठक में कौन-कौन हुआ शामिल


इस बैठक में आलोक कुमार प्रमुख सचिव/नोडल अधिकारी आगरा, प्रोफेसर आलोक नाथ प्रोफेसर एसजीपीजीआई लखनऊ, रजनीश दुबे प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा. इनके साथ दो अन्य अधिकारी शामिल हुए.


 निरीक्षण के बाद शासन को सौंपी जाएगी रिपोर्ट


बैठके पहले चरण में प्रशासन के आला अफसरों के साथ में टीम के सदस्यों ने संवाद शुरू किया. तकरीबन 3 घंटे तक बंद कमरे में लखनऊ से आई टीम के सदस्य प्रशासन के आला अफसरों के साथ संवाद करते रहे। इसके बाद दूसरे चरण में पुलिस अधिकारियों के साथ में लखनऊ से आगरा पहुंचे सदस्यों ने आगरा के हालात जानने की कोशिश की.लखनऊ से यहां पहुंची टीम के सदस्य आगरा के जिला प्रशासन स्वास्थ्य विभाग से संवाद करने के बाद हॉटस्पॉट क्षेत्रों का निरीक्षण करेंगे और मरीजों व उनके तीमारदारों के साथ में एसएन मेडिकल कॉलेज और जिला प्रशासन का औचक निरीक्षण करेंगे। इसके बाद एक संयुक्त रिपोर्ट शासन को सौंपेंगे, जिस पर शासन अपना निर्णय लेगा। हालांकि, इस दौरान आलाधिकारियों में से किसी ने भी मीडिया के सवालों का जवाब नहीं दिया और वो बहाना बना कन्नी काटते दिखे.


सूत्रों के मुताबिक, टीम के सदस्यों ने प्रारंभिक तौर पर भी पूछताछ में ये माना है कि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही का खामियाजा आगरा के लोग भुगत रहे हैं. यही वजह है कि ताजनगरी आगरा में कोरोना वायरस का कहर देखा जा रहा है. कोविड-19 के सबसे ज्यादा मामलों की लिस्ट में आगरा यूपी में टॉप पर बना हुआ है. जिले में कोरोना के अबतक 756  मामले सामने आ चुके हैं, इनमें 326 मरीज ठीक होकर अस्पताल से डिस्चार्ज किए जा चुके हैं, जबकि 25 मरीजों की मौत हो चुकी है.


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