Lucknow Petrol Pump Worker News: आपने कई बार ये पढ़ा या सुना होगा कि किसी आम व्यक्ति के बैंक अकाउंट में अचानक लाखों रुपये आ गए हैं. हालांकि बाद में किसी गलती की वजह इतने पैसे उस खाते में आने की बात सामने आती है. एक ऐसा ही मामला यूपी के लखनऊ में आया है, जिसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे. दरअसल यहां करन शर्मा नाम के एक शख्स के सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया के खाते में 1 करोड़ से ज्यादा रुपये आ गए. जबकि पहले उसके खाते में सिर्फ 1983 रुपये थे. पेट्रोल पंप कर्मचारी करन जब 17 दिसंबर को डेबिट कार्ड से खरीददारी करने पहुंचे तो पता चला कि उसके खाते में एक करोड़ से अधिक की रकम है.
अपने बैंक अकाउंट में इतनी बड़ी रकम देखकर करन पानी की तरह पैसे खर्च करने लगा और सिर्फ 5 दिनों के अंदर उसने ने 15.71 लाख रुपये की एसयूवी, 22.47 लाख रुपये की ज्वेलरी, 5 लाख रुपये के मोबाइल फोन, डेढ़ लाख रुपये की बाइक खरीद लिए और सब मिलाकर 76.2 लाख रुपये खर्च कर डाले. इसके बाद बैंक अधिकारियों को इतनी रकम निकालने की जानकारी हुई. बताया जा रहा है कि बैंक सर्वर में तकनीकि दिक्कत की वजह से पंपकर्मी का कार्ड बैंक के सर्वर से लिंक हो गया था. इस वजह से बैंक के अकाउंट से पैसे निकलते रहे. इसके बाद बैंक की तरफ से करन को बुलाया गया लेकिन वो नहीं पहुंचा.
पुलिस ने करन और उसकी पत्नी को किया गिरफ्तार
इसके बाद बैंक मैनेजर की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया और करन और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि दंपति ने 21 दिसंबर को एक दुकान से 4.47 लाख रुपये की ज्वेलरी और 22 दिसंबर को 5 लाख रुपये के आईफोन हैंडसेट खरीदे थे.
क्या बैंक का कर्मचारी है इस धोखाधड़ी में शामिल?
बंथरा पुलिस थाने के एसएचओ अजय प्रताप सिंह ने बताया कि 24 दिसंबर को बैंक मैनेजर नेहा गुप्ता ने पुलिस में एक पेट्रोल पंप कर्मचारी करण द्वारा 76 लाख रुपये की धोखाधड़ी के बारे में शिकायत की थी. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए करण और उसकी पत्नी अनीता को 26 दिसंबर को गिरफ्तार करने के बाद और सोमवार को जेल भेज दिया गया. हालांकि एसएचओ ने बताया कि पुलिस की तरफ से बैंक के अधिकारियों को ये पता लगाने के लिए कहा है कि कोई बैंक का कर्मचारी ही तो इस धोखाधड़ी में शामिल नहीं है.
उन्नाव का रहने वाला है करन
साथ ही पुलिस इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि बचत बैंक खाताधारक इतनी बड़ी रकम डेबिट कार्ड के जरिए कैसे खर्च कर सकता है. वहीं बैंक की शाखा प्रबंधक नेहा गुप्ता का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और उन्हें इसमें शामिल तकनीकी के बारे में जानकारी नहीं है. फिलहाल बैंक ने करन के खाते में शेष बचे रुपये निकालने पर रोक लगा दी है. बताया जा रहा है कि उन्नाव के सोहरामऊ के कंचनपुर गांव का रहने वाला करण एक पेट्रोल पंप पर नौकरी करता है. जहां उसे महीने में 11,000 रुपये मिलता है और सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया की बंथरा ब्रांच में अकाउंट है.
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