Lucknow News: लखनऊ के बंथरा गांव में बीते रविवार को बिजली सही कराने के दौरान दो पक्षों के हुए विवाद में हुई युवक की हत्या के मामले में अबतक सिर्फ एक ही आरोपी की गिरफ्तारी हो पाई है जबकि मुख्य आरोपी घटना के पांच दिन बाद तक फरार है. पुलिस का कहना है कि आरोपी की तलाश में कई जगह दबिश दी गई है. इसके साथ ही कुर्की की कार्रवाई भी जा सकती है.
दरअसल पिछले दिनों लखनऊ के बंथरा गांव में बीते रविवार को बिजली सही कराने के दौरान दो पक्षों में विवाद हो गया. जिसके बाद यहां रहने वाले इंद्र कुमार पांडेय के घर पर गांव के कुछ लोगों ने असलहे और लाठी डंडे से लैस होकर धावा बोल दिया. हमलावरों ने उनके बेटे ऋत्विक को बेरहमी से पीटा, जिससे उसकी मौत हो गई.
बिजली को लेकर हुआ था बवाल
पीड़ित पिता इंद्र कुमार पांडे ने बताया कि रविवार को चार-पांच घरों में ही बिजली आ रही थी. इस पर उनका बेटा ऋत्विक दो अन्य लोगों के साथ ट्रांसफार्मर पहुंचा तो वहा बिजलीकर्मी फॉल्ट सही करने में जुटे थे, जिस पर ऋत्विक ने कहा कि यहां तो बिजली आ रही है जहां नहीं आ रही पहले उसे ठीक कर दो. इस पर वहां मौजूद हिमांशु और उसके साथियों ने विरोध किया. उन्होंने कहा कि अगर कुछ छेड़छाड़ हुई तो उनके घर की बिजली जा सकती है.
इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया. थोड़ी देर बाद ऋत्विक घर आ गया. जिसके बाद हिमांशु अपने साथियों अवनीश, हिमांशु सिंह, प्रियांशु सिंह, प्रत्यूष सिंह और शनि सिंह के साथ उनके घर आ धमका. उनके हाथों में डंडे और हथियार थे. पहले उन्होंने नौकर मैकू रावत को पीटा. जब इंद्र कुमार के बेटे अभिषेक और ऋत्विक ने विरोध किया तो दबंगों ने उन पर भी लाठी डंडे बरसा दिए. इसी घटना में ऋत्विक की मौत हो गई थी.
मुख्य आरोपी अब तक गिरफ्त से बाहर
पीड़ित पक्ष का कहना है पुलिस ने उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की बल्कि दूसरे पक्ष की शिकायत पर उनके घर तीन बार दबिश दी. इस मामले में डीसीपी साउथ ने तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर विभागीय जाँच के आदेश दिए हैं. निलंबित पुलिसकर्मियों में दो दारोगा और एक सिपाही शामिल हैं.
इस घटना को पांच दिन से ज़्यादा बीत चुके हैं लेकिन, पुलिस अब तक सिर्फ एक ही आरोपी प्रदीप सिंह को गिरफ्तार कर पाई है जबकि मुख्य आरोपी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. पुलिस का कहना है कि आरोपियों का तलाश की जा रही है. पुलिस की टीमें कई ज़िलों में दबिश दे रहे हैं. अगर ये आरोपी जल्द ही नहीं पकड़े गए तो उनके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई भी की जाएगी.
यूपी उपचुनाव को लेकर रामगोपाल यादव ने कर दिया बड़ा दावा, बताया- कितनी सीटें जीतेगा इंडिया गठबंधन