Lucknow Murder Case News: लखनऊ में 2 दिन पहले शनिवार सुबह हुई पूर्व आईएएस देवेंद्र दुबे की पत्नी मोहनी दुबे की बेरहमी से हत्या हो गई थी. इस हत्याकांड में पुलिस की अलग अलग बिंदुओं के साथ साथ सीसीटीवी कैमरे के आधार पर भी कर रही है. पुलिस ने कई सीसीटीवी कैमरे खंगाले जिसमें कॉलोनी के पास से लेकर आगे तक पुलिस को एक संदिग्ध नीली स्कूटी दिखाई. इस स्कूटी को ट्रैक करने पर 9 किलोमीटर बाद संदिग्धों में से एक की शक्ल सामने आ गई है. पुलिस ने संदिग्धों को देवेंद्र दुबे को दिखाया है, जिसमें संभवत उन्होंने संदिग्धों को पहचान भी लिया है.


पुलिस ने हत्या के बाद कॉलोनी में लगे कैमरे को खंगाला पर वहां हत्यारा नहीं दिखे फिर पुलिस ने कॉलोनी के पार्क के पास लगे कैमरे को देखा तो वह भी कैमरे खराब निकले. इसके साथ ही देवेन्द्र दुबे के घर में लगे कैमरे की भी हत्यारे DBR उखाड़ ले गए थे. उसके बाद पुलिस की टीम ने कॉलोनी के बाहर की ओर सड़क मार्ग में लगे कैमरा को जब खंगाला तो वहां उनको दो संदिग्ध मिले.


नीली स्कूटी को किया गया ट्रैक 


ये संदिग्ध नीली स्कूटी से जा रहे थे और यह दोनों संदिग्ध नीली स्कूटी से अंदर से मुख्य मार्ग की तरफ निकलते हुए दिखाई दिए थे. उनके बारे में जब आसपास के लोगों से पूछा गया तो किसी ने इस स्कूटी से अपना रास्ता नहीं दिखाया, जिसके बाद लोगों का शक स्कूटी की तरफ गहराया. उसके बाद स्कूटी को ट्रैक किया गया.


हेलमेट उतारने से हुई शख्स की पहचान


दोनों संदिग्ध में रोड छोड़कर अंदर गालियों से होते हुए तकरीबन 5 किलोमीटर तक गए इसके बाद गोमती नगर से लोहिया चौराहा पहुंचा. वहां से समता मूलक होते हुए गोल क्लब तक गए फिर माल एवेन्यू पुल होते हुए कैंट चले गए. यही कैंट में स्कूटी में पीछे बैठे शख्स ने अपना हेलमेट उतार दिया. इसके बाद सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पीछे बैठे शख्स की फोटो देवेंद्र नाथ दुबे को दिखाई गई है. सूत्रों की माने तो देवेंद्र ने उस शख्स को पहचान लिया है और जल्द हत्यारों के करीब पहुंचने वाली है. 


90 लाख रुपये का था झगड़ा 


सूत्रों की माने तो 90 लाख रुपए का झगड़ा था. कुछ दिनों पहले गोमती नगर का फ्लैट 90 लाख का बिका था, जिसका पैसा मोहिनी ने रख लिया था, उसके बंटवारे को लेकर झगड़ा हुआ था. पुलिस ने देवेंद्र दुबे के घर में काम करने वाले ड्राइवर, नौकर, मालिक, सफाई कर्मी से लंबी पूछताछ की. सभी से पुलिस ने अलग-अलग पूछताछ की. इसके साथ ही सभी के मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल और लोकेशन की भी जांच पुलिस ने की. वहीं पुलिस ने अलग-अलग परिजनों से भी अलग-अलग चीज के बारे में जानकारी इकट्ठा की.


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