Lucknow News: लखनऊ में सहारा चीफ सुब्रत रॉय को गिरफ्तार करने पुलिस पहुंची. सुभ्ररत राय के गोमतीनगर स्थित घर बड़ी संख्या में पुलिस फ़ोर्स पहुंची. हालांकि वे अपने घर पर नहीं मिले हैं. पुलिस अब उन्हें गिरफ्तार करने के लिए अलग अलग दबिश देगी. बता दें कि नालंदा से उपभोक्ता फोरम द्वारा वारंट जारी किया गया है. 


साल 2012 में सिक्योरिटी ऐंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने सुब्रत रॉय को बाजार के नियमों का उल्लंघन कर गैर कानूनी ढंग से चिट फंड के जरिए लाखों लोगों से पैसे जुटाने के मामले का दोषी करार दिया था और बाद में सुब्रत रॉय को इस मामले में लम्बे समय तक जेल में भी रहना पड़ा था. उस वक्त सेबी ने सुब्रत रॉय पर 25,700 करोड़ रुपये चुकाने का आदेश दिया था. मगर 2020 में सेबी ने सुब्रत रॉय को ब्याज सहित कुल 62,600 करोड़ रुपये लौटाने की बात कोर्ट में कही थी और ऐसा नहीं किये जाने पर सुब्रत रॉय की परोल को रद्द किये जाने की मांग अदालत से की थी.


साल 2016 से जमानत पर चल रहे बाहर


सहारा इंडिया परिवार चिट फंड से लेकर टाउनशिप के निर्माण, होटल व्यवसाय, शिक्षा, मनोरंजन, टूरिज्म, हेल्थकेयर, मीडिया जैसे क्षेत्रों में अपना दखल रखता है. हालांकि भारी नुकसान के चलते सुब्रत रॉय ने कुछ साल पहले सहारा एयरलाइंस को बेच दिया था. सहारा ग्रुप का निवेशकों के हजारों करोड़ रुपए को लेकर SEBI से विवाद चल रहा है. सहारा ग्रुप ने बॉन्ड स्कीम के जरिए यह पैसा जुटाया था. बाद में इन स्कीम्स को गैरकानूनी ठहराया गया था.  वहीं इस मामले में सुब्रत रॉय का दावा है कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है. कोर्ट की अवमानना के मामले में सुब्रत राय को 2014 में अरेस्ट किया गया था. 2016 से वे जमानत पर जेल से बाहर चल रहे हैं.