लखनऊ, एबीपी गंगा। लखनऊ पुलिस ने रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर जालसाजों के एक ऐसे गैंग को दबोचा है, जो बेरोजगारों से नौकरी के नाम पर रुपए ऐंठता और फिर उनको टिकट कलेक्टर से लेकर गैंगमैन की नौकरी के ज्वाइनिंग लेटर थमा देता। गैंग इतना हाईटेक था कि रुपये ऐंठने के बाद जो फर्जी लेटर देता उसमें बारकोड का इस्तेमाल करता था। गैंग का मास्टरमाइंड रेलवे का ही बर्खास्त था। इससे पहले भी वह जेल जा चुका था।
रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी ज्वॉइनिंग लेटर देने की शिकायत पर लखनऊ पुलिस ने आज जालसाजों के पूरे गैंग को दबोच लिया। विकास नगर इलाके से लखनऊ पुलिस ने गैंग के मास्टरमाइंड सुशील शर्मा और मध्य प्रदेश के ग्वालियर में रेलवे कोच अटेंडेंट रहे लखन गोयल समेत 7 जालसाजों को गिरफ्तार किया है। लखनऊ पुलिस ने बताया कि ये बेहद शातिर दिमाग वाले बदमाश हैं। इनके पास से जो दस्तावेज बरामद किए वह भी कम चौंकानेवाले नहीं है। गैंग के पास से पुलिस को बेरोजगार युवकों को दिए जाने वाले फर्जी ज्वॉइनिंग लेटर, ऑफर लेटर के साथ साथ टिकट कलेक्टर की वर्दी, रेलवे का बैज, नेम प्लेट भी बरामद हुई है।
जालसाजों के द्वारा दी जाने वाले लेटर पर बारकोड का इस्तेमाल किया जाता था, ताकि शक होने पर अगर कोई बारकोड से जानकारी जुटाने की कोशिश करें तो उनका फर्जी लेटर सही साबित हो। ये जालसाज टिकट कलेक्टर से लेकर गैंगमैन, खलासी कोच अटेंडेंट की नौकरी दिलाने के नाम पर एक बेरोजगार से चार से आठ लाख रुपए वसूलते थे। रकम वसूलने के बाद फर्जी ऑफर लेटर और फर्जी जॉइनिंग लेटर थमा देते।
गैंग के लोग शिकार बने बेरोजगार शख्स को कभी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन तो कभी गोरखपुर रेलवे स्टेशन तो कई बार लखनऊ के बादशाह नगर रेलवे स्टेशन पर मुलाकात के लिए बुलाते। कई बेरोजगारों का तो रेलवे स्टेशन पर मेडिकल कराने के नाम पर खून तक निकाल लिया। फिलहाल रेलवे में नौकरी के नाम पर जालसाजी का यह गैंग अब तक उत्तर प्रदेश के अलावा दिल्ली और बिहार में भी कई बेरोजगार युवकों को ठग चुका है।