प्रियंका गांधी ने यूपी सरकार पर साधा निशाना, कहा- अब कब्रों से रामनामी भी छीनी जा रही है
प्रियंगा गांधी ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए यूपी सरकार पर निशाना साधा है. प्रियंका गांधी ने कहा कि ''जीते जी ढंग से इलाज नहीं मिला. कितनों को सम्मान से अंतिम संस्कार नहीं मिला. सरकारी आंकड़ों में जगह नहीं मिली. अब कब्रों से रामनामी भी छीनी जा रही है.''
लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने गंगा समेत दूसरी नदियों के किनारों पर शवों को दफनाने पर पाबंदी लगाई है. पुलिस प्रशासन की टीमें लगातार घाटों का गश्त करती रहीं. जो लोग शवों को दफनाने के लिए आ रहे हैं उन्हें समझा-बुझाकर दाह संस्कार के लिए तैयार किया जा रहा है. आर्थिक तंगी और दूसरी वजह से पिछले कुछ दिनों में बड़ी संख्या में शवों को गंगा और दूसरी नदियों के किनारे दफनाया गया था. कई जगहों पर तो घाट कब्रिस्तान में तब्दील हुए नजर आ रहे थे.
प्रिंयंका गांधी ने किया ट्वीट
इस बीच कांग्रेस नेता प्रियंगा गांधी ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए यूपी सरकार पर निशाना साधा है. प्रियंका गांधी ने कहा कि ''जीते जी ढंग से इलाज नहीं मिला. कितनों को सम्मान से अंतिम संस्कार नहीं मिला. सरकारी आंकड़ों में जगह नहीं मिली. अब कब्रों से रामनामी भी छीनी जा रही है. छवि चमकाने की चिंता में दुबली होती सरकार पाप करने पर उतारू है. ये कौन सा सफाई अभियान है? ये अनादर है-मृतक का, धर्म का, मानवता का.''
जीते जी ढंग से इलाज नहीं मिला। कितनों को सम्मान से अंतिम संस्कार नहीं मिला। सरकारी आंकड़ों में जगह नहीं मिली। अब कब्रों से रामनामी भी छीनी जा रही है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 25, 2021
छवि चमकाने की चिंता में दुबली होती सरकार पाप करने पर उतारू है। ये कौन सा सफाई अभियान है?
ये अनादर है-मृतक का, धर्म का, मानवता का pic.twitter.com/PHC1fyMKCL
शवों को किया गया था शिफ्ट
बता दें कि, हाल ही में प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर घाट पर गंगा किनारे दफनाए गए कुछ शव मिट्टी के कटान की वजह से कब्र से बाहर आ गए थे. प्रयागराज के सरकारी अमले ने पानी में बह गई आधी कब्रों से बाहर आकर गंगा की धारा को प्रदूषित करते इन शवों को सम्मान के साथ निकालकर उन्हें दूसरी जगह दफना दिया था. तकरीबन आधा दर्जन शवों को दूसरी जगह पर शिफ्ट कराया गया था. ऐसा इसलिए किया गया था, क्योंकि कई कब्रों के आधे बह जाने से उनमें दफनाए गए शवों से गंगा के प्रदूषित होने का खतरा तो था ही साथ ही शवों को कुत्तों और दूसरे जानवरों के जरिए नुकसान पहुंचाए जाने की भी आशंका थी.
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