लखनऊः उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के कैंट के हाई सिक्योरिटी जोन में शुक्रवार दिनदहाड़े रेलवे के कर्मचारी 32 वर्षीय ब्रजमोहन की बेरहमी से हत्या कर दी गई. बृजमोहन रेलवे के डिप्टी चीफ इंजीनियर पुनीत के घर पर काम करता था. शुक्रवार दोपहर पड़ोस में काम करने वाले कर्मचारी विनय कुमार तिवारी ने सीढ़ियों पर खून से सने जूतों के निशान देखे तो पुलिस को सूचना दी.
वहीं मौके पर पहुंची पुलिस ब्रजमोहन के कमरे में पहुंची तो वहां उसकी लाश देखकर होश उड़ गए. हत्यारों ने बृजमोहन के हाथ-पैर बांधकर किसी धारदार हथियार से उसका गला रेत दिया था. बृजमोहन के गले में पानी गर्म करने वाली रॉड का तार भी लिपटा हुआ था. पुनीत का कहना है कमरे में कुछ कैश रखा था जो गायब है. पुलिस का मानना है किसी परिचित ने वारदात को अंजाम दिया है.
घर में हुई हत्या
पुलिस ने बताया कि डिप्टी चीफ इंजीनियर पुनीत फ्लैट में अकेले ही रहते हैं. घरेलू कामकाज के लिए रेलवे का चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी फिरोजाबाद निवासी बृजमोहन उनके साथ रहता था. कुछ दिन से पुनीत के फूफा घर पर आए हुए हैं. शुक्रवार सुबह पुनीत ड्यूटी पर चले गए जबकि उनके फूफा और नौकर बृजमोहन घर पर ही थे.
दोपहर करीब 1:15 बजे पुनीत का ड्राइवर खाना लेने घर आया था. बृजमोहन ने नीचे आकर उसे टिफिन दिया और ऊपर चला गया. करीब 2:30 बजे पड़ोस के फ्लैट का नौकर विनय कुमार तिवारी बाहर निकला तो सीढ़ियों पर खून से सने जूतों के निशान देखकर उसके होश उड़ गए. उसने तत्काल कुछ दूर पिकेट पर मौजूद पुलिसकर्मियों को इसकी सूचना दी.
धारदार हथियार से रेता गया गला
पुलिस पुनीत के फ्लैट पहुंची तो वहां उसके फूफा टीवी देखते हुए मिले. फ्लैट से सटे नौकर के कमरे में पहुंचने पर नजारा देखकर पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए. ब्रजमोहन जमीन पर पड़ा हुआ था. उसके हाथ और पैर, बनियान और अंगोछे से बंधे थे. गला किसी धारदार हथियार से रेता गया था. गले में बिजली का एक तार भी लिपटा था. पास ही पानी गरम करने वाली टूटी हुई रॉड पड़ी थी.
पुलिसकर्मियों ने आला अधिकारियों को घटना की जानकारी दी. हाई सिक्योरिटी जोन में दिनदहाड़े मर्डर की खबर से हड़कंप मच गया. पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर और पुलिस उपायुक्त पूर्वी संजीव सुमन समेत तमाम अफसर मौके पर पहुंच गए. क्राइम ब्रांच, फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड ने भी छानबीन शुरू की.
पुलिस आयुक्त ने बताया की मौके पर संघर्ष के निशान नहीं मिले हैं. खून से सने जूतों के निशान एक या उससे अधिक व्यक्ति के हो सकते हैं. ऐसा लग रहा है कि हत्या करने वाले लोग नौकर के परिचित ही थे. फिलहाल आपसी रंजिश, अवैध संबंध और लेन-देन के विवाद समेत अन्य बिंदुओं पर छानबीन की जा रही है.
फूफा ने किसी भी जानकारी से किया इनकार
पुलिस ने पुनीत के फूफा से बात की लेकिन उन्होंने किसी भी तरह की जानकारी से इंकार कर दिया. पुनीत का कहना है कि उनके फूफा को कान से कम सुनाई पड़ता है. वह काफी बुजुर्ग भी हैं इसलिए कमरे से बाहर नहीं निकल पाते. आसपास के लोगों ने भी किसी तरह की चीख-पुकार की बात से इनकार किया है.
रुपयों के बंटवारे को लेकर तो नहीं हुई हत्या
पुलिस को शक है कि पुनीत के कमरे में कुछ कैश रखा था, जिसे बृजमोहन या उसके कमरे में मौजूद साथियों ने हड़पने की कोशिश की. पुलिस के मुताबिक बृजमोहन के विरोध करने पर साथियों ने उसे मार डाला या फिर बृजमोहन रुपए हड़पने में शामिल था और बंटवारे को लेकर झगड़ा हुआ और साथियों ने उसकी हत्या कर दी. पुलिस आशंका पर छानबीन कर रही है. पुनीत के कमरे में रखी रकम गायब है. यह रकम कितनी थी इस बारे में अभी जानकारी नहीं मिल पाई है.
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