Diamond Ring Stolen Story: लखनऊ महानगर के मेट्रो सिटी अपार्टमेंट में रहने वाले रिटायर्ड आईएएस अधिकारी बलबीर सहाय सक्सेना की डेढ़ करोड़ रुपये की हीरे की अंगूठी चोरी हो गई. उन्होंने अपने पुराने ड्राइवर अरुण उर्फ लालू पर चोरी का शक जताते हुए पुलिस से शिकायत की जिसके बाद हंगामा हो गया. अरुण के परिवार के सदस्यों का आरोप है कि उसे निशातगंज चौकी बुलाकर बुरी तरह से पीटा गया. अरुण की हालत बिगड़ने से परिवार के सदस्य और इलाकाई लोग आक्रोशित हो गए. गुस्साए लोगों ने चौकी का घेराव कर जमकर हंगामा किया. पुलिसकर्मियों से मारपीट और पथराव किया. चौकी प्रभारी सुधाकर पांडे का मोबाइल फोन छीन लिया. अफसरों ने मौके पर पहुंचकर हालात संभाले.


इंस्पेक्टर महानगर के मुताबिक बलबीर सहाय सक्सेना और उनकी पत्नी सिविल सेवा में थे. रिटायरमेंट के बाद से दोनों मेट्रो अपार्टमेंट में रह रहे थे. उनके बेटे अमेरिका में रहते हैं. कोरोना की दूसरी लहर में बलबीर सहाय की पत्नी की मौत हो गई थी. अरुण उनका ड्राइवर था और घर की चाबियां उसके पास ही रहती थीं. कुछ समय पहले बलबीर सहाय बेटों के पास अमेरिका गए थे. लौटकर आने पर उन्हें कमरे की अलमारी में रखी ज्वैलरी गायब मिली. पुलिस का कहना है कि बलबीर सहाय ने अरुण पर शक जताते हुए प्रार्थनापत्र दिया था जिस पर अरुण को पूछताछ के लिए चौकी बुलाया गया था.


महिलाओं ने चौकी प्रभारी पर चप्पल और थप्पड़ भी चलाए


अरुण के परिजनों का आरोप है कि चोरी कबूलवाने के लिए चौकी प्रभारी सुधाकर पांडे और कांस्टेबल नितिन शर्मा ने उसके साथ बुरी तरह से मारपीट की. उसकी हालत बिगड़ गई. अरुण चौकी में बेहोश होकर गिर पड़ा तो इलाकाई लोग भड़क गए. चौकी का घेराव कर पथराव और बवाल शुरू कर दिया. चौकी प्रभारी अपने मोबाइल फोन से वीडियो बनाने लगे तो लोगों ने मारपीट शुरू कर दी. एक युवक चौकी प्रभारी का फोन छीनकर भाग गया. महिलाओं ने चौकी प्रभारी पर चप्पल और थप्पड़ भी चलाए.


बवाल की सूचना पर मौके पर कई थानों की फोर्स और पीएसी पहुंच गई और आक्रोशित भीड़ को खदेड़ा. अधिकारियों ने किसी तरह लोगों को समझाकर शांत कराया और अरुण को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया. पुलिस का कहना है कि अरुण काफी समय से बलबीर सहाय सक्सेना की कार चला रहा था. पत्नी की मौत के बाद बलबीर सहाय ने तीन महीने पहले अरुण को नौकरी से निकाल दिया. अरुण के परिवार के सदस्यों का आरोप है कि बलबीर सहाय ने उसकी तनख्वाह नही दी. मेहनत का रुपया मांगने पर उसे चोरी के आरोप में फंसा दिया. एडीसीपी नॉर्थ प्राची सिंह ने कहा कि पूरे मामले में चौकी इंचार्ज की भूमिका की जांच की जा रही है.


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