Lucknow News: योगी सरकार हवाई सेवाओं में तेजी से विस्तार के दावे कर रही है ये तो ठीक है, लेकिन ये विस्तार इतना हो गया कि महज 13 किमी की दूरी के लिए एयर एंबुलेंस मिलने लगे ये सुनकर शायद आपको हंसी आ जाएगी, लेकिन यूपी की राजधानी लखनऊ से एक ऐसा ही हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां राज्य कर विभाग से रिटायर प्रशासनिक अधिकारी ने अपनी पत्नी के इलाज के लिए महज 13 किमी की दूरी के लिए एयर एंबुलेस की सेवा ले डाली. यहीं नहीं उसने इस एयर एंबुलेंस सेवा के लिए करीब साढ़े तीन हजार का बिल भी विभाग को दे दिया. 


दिलचस्प बात ये है कि रिटायर्ड अधिकारी ने इस एयर एंबुलेस का नंबर भी UP30AT2195 दर्ज करा दिया, लेकिन फर्जी बिल का उनका ये खेल चल नहीं सका और जब बिल की जांच की गई तो उनका झूठ पकड़ा गया. इस मामले में विभूति खंड थाने में धोखाधड़ी और फर्जी कागज तैयार करने की धारा में मुकदमा दर्ज कर ली गई है. विभाग की ओर से इसकी जांच की जा रही है. 


13 किमी की दूरी लिए एयर एंबुलेंस


दरअसल लखनऊ में रिटायर्ड कर विभाग के प्रशासनिक अधिकारी अनुराग मेहरोत्रा ने अपनी पत्नी के इलाज के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर चौक से महज गोमतीनगर तक के लिए फर्जी एयरएंबुलेंस शुरू करवा ली. इसके साथ ही इस फर्जी एयर एंबुलेंस का बिल भी विभाग में क्लेम कर दिया. जब इन बिलों की जांच की गई तो महज 13 किमी के लिए साढ़े तीन हजार का एयर एंबुलेंस के नाम पर बिल देखकर अधिकारियों को शक हुआ, जिसके बाद जब उन्होंने जांच की तो ये बिल फर्जी पाया गया. 



जांच में सामने आया फर्जीवाड़ा


लखनऊ के कटारी टोला में रहने वाले अनुराग मेहरोत्रा राज्य कर विभाग में प्रशासनिक अधिकारी पद से रिटायर हो चुके हैं. आरोप है कि उन्होंने पिछले साल 25 जुलाई को पत्नी प्रमिला मेहरोत्रा को इमरजेंसी होने पर एयर एंबुलेस से अस्पताल ले जाने का दावा किया था. ये एंबुलेस उनके घर कटारी टोला चौक से 13 किमी दूर टीसीआई सेंटर तक ले गई जो गोमती नगर में स्थित है और इसके लिए उन्होंने विभाग को साढ़े तीन हजार रुपये का किराया दर्शाते हुए बिल जमा कर दिया.


इस बिल पर कंपनी का नाम चारबाग स्थित कंपनी इंडिया टूर एंड ट्रेवल का नाम लिखा हुआ था. जांच में पता चला कि ये कंपनी साल 2006 में ही बंद हो गई थी. यही नहीं एयर एंबुलेंस का जो नंबर दिया गया था वो भी एक नार्मल एंबुलेंस का नंबर था, जिसका रजिस्ट्रेशन हरदोई आरटीओ का है. 


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