Lucknow News: सुभासपा के राष्ट्रीय मुख्य वक्ता अरुण राजभर (Arun Rajbhar) ने निषाद पार्टी के अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री संजय निषाद पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यह झोले बाज नेता है. यह तो अब सरकार में है आरक्षण दिला दें. यह अपने समाज के लोगों को धोखा दे रहे हैं. गोलमोल घुमा कर अपनी जेब में माल भर रहे है. इसी के साथ उन्होंने कहा कि हमारे यहां सभी का सम्मान है, हम संविधान के तहत काम करते हैं और सभी महापुरुषों का सम्मान करते हुए आगे बढ़ते हैं.


संजय निषाद पर निशाना साधते हुए अरुण राजभर ने कहा कि निषाद पार्टी का एजेंडा था कि आरक्षण नहीं तो वोट नहीं, तो क्या हुआ आरक्षण दिला पाए? जिन महापुरुषों के नाम पर राजनीति करते हैं उनके समाज से कितनी भागीदारी दी है. क्या कभी सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट लागू करने के लिए इन्होंने सोचा है, वह सिर्फ अपने इर्द-गिर्द के दो-चार लोगों को राजनीतिक फायदा पहुंचाते हैं. समाज के उपेक्षित लोगों की आवाज नहीं बने.


अरुण राजभर ने आगे कहा कि काम करने वाले की अलग पहचान होती है, लूटपाट करने वाले की तो अलग पहचान है. उस गोल में लूटपाट कंपनी है और लूटपाट करने वालों की एक टीम बनाई जा रही है और वह लूटपाट के मास्टरमाइंड है. लूटपाट कंपनी का गैंग है. इसमें उनको शामिल किया जाता है, जिनके ऊपर 420 का मुकदमा हुआ जो जमीन पर कब्जा करते हैं.


निषाद पार्टी पर जमकर निशाना साधा 
सुभासपा छोड़कर निषाद पार्टी में जॉइन करने वाले पदाधिकारियों को लेकर सुभासपा के राष्ट्रीय मुख्य वक्ता अरुण राजभर ने कहा कि ये दो लोग हमारी पार्टी के पहले निषाद पार्टी के ही पदाधिकारी थे. उन्होंने गबन का आरोप लगाया था और पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता की बात कही थी फिर वो हमारी पार्टी में आए क्योंकि हमें वह बात नहीं मालूम थी. वैसे वह कोई बड़े नेता नहीं हैं, नेता तो हम बनाते हैं. 


अरुण राजभर ने कहा कि जिन नेताओं को हमने स्थान दिया है, उनकी जब गतिविधियां देखना शुरू की तो कोई नौकरी के नाम पर ठगी करके बैठा तो कोई जमीन के नाम पर ठगी में लगा हुआ था. इन दोनों नेताओं पर धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज हैं जिन्होंने पार्टी ज्वाइन कराई उन्हें बताना चाहिए क्या इन लोगों के दाग धुल गए. जो दो लोग गए हैं वह कोई इतने बड़े तीस मार खा नहीं जो हमारे दल को नुकसान पहुंचाएं. वैसे भी उनको हम पहले ही निकाल चुके थे. बाकी जो नाम बता रहे हैं हमारे यहां से नहीं गए. अरुण राजभर ने कहा कि रमाकांत कश्यप को मैनपुरी के उपचुनाव में हमने प्रत्याशी बनाया था लेकिन इन लोगों ने समाजवादी पार्टी से पैसा ले लिया था. इन्होंने शिवपाल यादव से पैसा लेकर पर्चा खारिज कराने की कोशिश की.


यह भी पढ़ें:-


Umesh Pal Murder Case: नेपाल में छिप कर बैठा है माफिया अतीक अहमद का बेटा असद? STF कर रही है छापेमारी